बिहार: बिना नाम लिए PK और पवन वर्मा पर बरसे नीतीश, कहा- 'वे जा सकते हैं, हमारी शुभकामनाएं'
सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि कुछ लोगों के बयान पर मत जाइये, मेरी नीति साफ है. जिसको कुछ कहना है, पार्टी फोरम पर ही कहना चाहिए.पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा लगातार नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.

पटना: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में पिछले कई महीनों से घमासान छिड़ा हुआ है. पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रशांत किशोर और पवन वर्मा लगातार सीएए के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. अब मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए दोनों नेताओं पर हमला बोला है. नीतीश ने कहा है कि जो जहां जाना चाहता है, चला जाए. मेरी शुभकामनाएं है.
कुछ लोगों के बयान पर न जाएं, मेरी नीति साफ- नीतीश
नीतीश ने जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और पूर्व राज्य सभा सांसद पवन वर्मा का नाम लिए बिना कहा है, ‘’कुछ लोगों के बयान पर मत जाइये, मेरी नीति साफ है. जिसको कुछ कहना है, पार्टी फोरम पर ही कहना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘’उनके लिए मेरे दिल में बहुत इज्जत है, लेकिन इस तरह से पार्टी से बिना विमर्श किए हुए बयान देना उनका व्यक्तिगत बयान है, पार्टी का नहीं.’’
#WATCH Bihar CM Nitish Kumar on JDU leader Pawan Verma's letter to him on CAA&NRC: If anyone has any issues then the person can discuss it within party or at party meetings, but such kind of public statements are surprising. He can go and join any party he likes, my best wishes. pic.twitter.com/qFXgVSWfKu
— ANI (@ANI) January 23, 2020
पार्टी में कन्फ्यूजन में कोई बात नहीं होती- नीतीश
नीतीश ने आगे कहा, ‘’उन्हें जहां जाना है जाएं, वह स्वतंत्र हैं. मेरी शुभकामनाएं हैं. जेडीयू का जो स्टैंड, जिस विषय पर होता है, वह साफ होता है. कन्फ्यूजन में कोई बात नहीं होती है.’’
जेडीयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी प्रशांत किशोर और पवन वर्मा पर हमला बोल चुके हैं. एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग जब रास्ता चुन लेते हैं तो उन्हे कोई रोक नहीं सकता है. प्रशांत किशोर के पार्टी छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि कुछ लोग कोई भी कदम उठाने के लिए स्वतंत्र हैं.
पार्टी में हो रहा है कि प्रशांत किशोर का विरोध
बता दें कि प्रशांत किशोर ट्विटर पर लगातार सीएए और एनआरसी के खिलाफ बोल रहे हैं. उनके बयानों का पार्टी में विरोध हो रहा है. नीतीश और वशिष्ठ नारायण सिंह के अलावा पार्टी के कई और नेता भी प्रशांत किशोर को उनके बयान के लिए खरी खोटी सुना चुके हैं. इससे पहले वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह भी उन्हें पार्टी छोड़कर चले जाने की सलाह दे चुके हैं.
यह भी पढें-
CAA: योगी की चेतावनी- प्रदर्शन में 'आजादी' का नारा लगाने वालों पर दर्ज करेंगे 'देशद्रोह' का केस
वाराणसी में बना नेताजी सुभाष चंद्र बोस का पहला मंदिर, भारत माता की प्रार्थना के साथ होगी आरती
Source: IOCL





















