सावधान: एबीपी न्यूज़ के नाम पर फैलाया जा रहा एग्जिट पोल फर्जी है

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मैसेज वायरल होते हैं. इसके साथ ही कई चौंकाने वाले दावे भी किए जाते हैं. एबीपी न्यूज़ लगातार वायरल सच प्रोग्राम के जरिए ऐसे ही वायरल मैसेज की पड़ताल कर उनका सच आपके सामने लाता रहा है. देश को झूठ से बचाने वाले शो वायरल सच में अभी तक हम आपको 360 कहानियां दिखा चुके हैं, इनमें 184 झूठी थीं. इसी से आप सोशल मीडिया पर फैले झूठ के मायाजाल का अंदाजा लगा सकते हैं.
झूठ फैलाने वालों की हिम्मत देखिए जो चैनल देश को झूठ से बचाता है उसी के नाम पर आपको एक ऐसा झूठ परोसा जा रहा है जिसका सच से कोई नाता नहीं. सिर्फ चुनावी फायदे के लिए ये सारी तिकड़म की जा रही है.
एबीपी न्यूज़ के नाम पर फैलाया जा रहा है मैसेज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच में चार ऐसी तस्वीरें जिन्हें आपके चैनल एबीपी न्यूज के नाम पर लोगों के बीच भेजा जा रहा है. फेसबुक,व्हाट्सऐप में इतना ही अखबारों के भीतर विज्ञापन की शक्ल में इन्हें फैलाया जा रहा है. झूठ फैलाने वालों ने इन तस्वीरों को कानपुर के एक बड़े अखबार के फ्रंटपेज के तौर पर भी लोगों के बीच बांटा.

पहले ही साफ कर दें कि ये तस्वीरें फर्जी हैं इन सभी तस्वीरों में दावा किया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश में सरकार किस पार्टी की बनने वाली है? मैसेज में बाकायदा हर दल की सीट बतायी जा रही हैं. नतीजों और मतदान से पहले ही सरकार बनाने वाले पार्टी का नाम बताया जा रहा है. इन्हें एग्जिट पोल के नाम पर फैलाया जा रहा है. एग्जिट पोल यानी मतदान देकर निकले मतदाताओं की राय. यहां हम सबसे पहले आपको सबसे जरूरी बात बता देतें हैं कि ये चारों तस्वीरें झूठी हैं. चूंकि इन तस्वीरों का ताल्लुक एबीपी न्यूज से है लिहाजा हम पूरे भरोसे और जिम्मेदारी से ये बात कह रहे हैं कि एबीपी न्यूज ने ऐसा कोई एग्जिट पोल नहीं किया है.
नियम क्या कहता है? यहां ये बात जानना भी जरूरी है कि मतदान के सभी चरण खत्म हुए बिना ऐसा प्रचार कानून का उल्लंघन हैं, इसके तहत जेल की सज़ा का प्रावधान है. अगर आपने ऐसी तस्वीरों को कहीं शेयर किया है तो इन्हें तुरंत डिलीट कर दीजिए.
क्या है इन तस्वीरों में? उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में झूठ तो कई तरह के फैलाए जा रहे हैं लेकिन ये वो झूठ हैं जो देश को सच बताने वाले चैनल एबीपी न्यूज के नाम पर पेश किया जा रहा है. ताकि पर इस पर आसानी से भरोसा कर लें. एक तस्वीर में मायावती को सीएम की पहली पसंद बताया गया है. दूसरी तस्वीर में यूपी में हुए पहले और दूसरे चरण के मतदान में बीजेपी को आगे बताया जा रहा है. वहीं तीसरी तस्वीर में एसपी कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाते हुए दिखाया जा रहा है.
एक बार फिर साफ कर दें कि तस्वीरें फर्जी हैं इन तस्वीरों के साथ दावा है कि एबीपी न्यूज ने ऐसा सर्वे किया है लेकिन एबीपी न्यूज एक बार फिर साफ कर देना चाहता है कि हमने किसी तरह का कोई एग्जिट पोल प्रसारित नहीं किया है और न ही किया है. ऐसी जो भी तस्वीरें हमारे नाम से आप तक पहुंच रही हैं वो पूरी तरह फर्जी हैं.
दैनिक जागऱण ने ऐसे प्रचार के खिलाफ FIR करवाई है तीसरी तस्वीर में दैनिक जागरण अखबार का इस्तेमाल भी किया गया है. हमने दैनिक जागरण से भी बात की. दैनिक जागरण ने भी ऐसे प्रचार के खिलाफ कानपुर पुलिस में एफआईआर दर्ज करवायी है. क्योंकि ये खास प्रचार कानपुर में ही दैनिक जागरण अखबार के साथ अलग से छपवा कर पेपर के भीतर रख के बांटा गया है.
एबीपी न्यूज़ करेगा कानूनी कार्रवाई एबीपी न्यूज इस मामले में कानूनी कार्रवाई की तैयारी भी कर चुका है. एबीपी न्यूज अपने दर्शकों से अपील करता है कि ऐसी तस्वीरें और खबरें देखने के बाद उसे सच मत मानिए. चुनाव के माहौल में ये देश के दुश्मनों की साजिश है. ये चारों तस्वीर पूरी तरह से गलत हैं झूठी हैं.
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Source: IOCL






















