उमर खालिद पर हमला मोदी सरकार के नफरतपूर्ण दुष्प्रचार का नतीजा: जेएनयू छात्र संघ
अपने नेता पर हुए हमले को लेकर जेएनयू छात्र संघ ने मोदी सरकार को किया कटघरे में खड़ा

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ ने अपने नेता उमर खालिद पर आज हुए हमले को उनके और उन सभी लोगों के खिलाफ ‘‘मोदी सरकार द्वारा शुरू किए गए नफरतपूर्ण दुष्प्रचार का नतीजा’’ बताया जिन्होंने मौजूदा सरकार पर सवाल उठाए हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुछ अज्ञात लोगों ने संसद के पास उच्च सुरक्षा वाले इलाके में स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में खालिद पर हमला किया और गोलियों की आवाज भी सुनी गयी लेकिन खालिद को कोई चोट नहीं पहुंची. हालांकि पुलिस ने कहा कि वह घटना का सत्यापन करेगी.
जेएनयू छात्र संघ ने एक बयान में कहा, ‘‘हम गहरी चिंता के बीच उमर खालिद के साथ पूरी एकजुटता से खड़े हैं. आज एक अज्ञात व्यक्ति ने उनपर गोली चलायी. हम इसे एक कायराना हरकत मानते हैं जो इस मोदी सरकार की उमर, जेएनयू के छात्रों और सरकार पर सवाल उठाने वाली सभी आवाजों के खिलाफ नफरतपूर्ण दुष्प्रचार का नतीजा है.’’
छात्र संघ ने कहा कि इस ‘न्यू इंडिया’ में भीड़ द्वारा पीट पीटकर की जाने वाली हत्या, सामान्य लोगों पर हमले आम हो गए हैं जबकि गोरक्षकों को दंड से छूट दी जा रही है जिसके कारण इस तरह की घटनाएं और बढ़ रही हैं.
बयान में कहा गया, ‘‘जेएनयू छात्र संघ की तरफ से हम साफ कर देना चाहेंगे कि आवाजें दबाई नहीं जा सकतीं और छात्रों का आंदोलन बुलंद आवाजें पैदा करता रहेगा. हम यह भी मांग करते हैं कि दिल्ली पुलिस इस हमले की साजिश रचने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे. यह समय की जरूरत है, हम उमर के साथ पूरी एकजुटता से खड़े हैं और त्वरित न्याय की मांग करते हैं.’’
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