25 नवंबर को विवाह पंचमी थी, जिस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह संपन्न हुआ था।
2025 में इन मंदिरों की रही धूम! राम मंदिर से जगन्नाथ रथ यात्रा तक, जानें ऐसा क्यों?
साल 2025 अब खत्म होने को है. ऐसे में इस साल जगन्नाथ धाम मंदिर से लेकर अयोध्या के राम मंदिर कई वजहों से चर्चा में रहे. जानिए अयोध्या से जगन्नाथ मंदिर तक धार्मिक स्थल 2025 में क्यों चर्चा में रहे.

नया साल 2026 शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचें हैं. नए साल 2025 के मौके पर देशभर के कई मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे. उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर से लेकर पुरी उड़ीसा का जगन्नाथ धाम मंदिर और श्री संस्थान जीवोत्तम मठ समेत कुछ मंदिरों कई अलग-अलग कारणों से खबरों की सुर्खियों में भी रहे.
लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर ये सभी मंदिर क्यों खबरों में थे? अगर नहीं, तो हम आपको बताते हैं इसके पीछे का खास कारण.

राम मंदिर (Ram Mandir)
राम मंदिर की स्थापना होने के बाद से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ गई है. राम मंदिर साल 2025 में कई चीजों को लेकर चर्चा में रहा. इसका मुख्य कारण ध्वजारोहण समारोह था.
आपको बता दें बीते माह 25 नवंबर 2025 विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का ध्वजारोहण किया था. इस दौरान राम मंदिर में श्रद्धालुओं के बीच विशेष तरह का उत्साह और उमंग देखने को मिला था. ध्वजारोहण से पहले राम मंदिर में विशेष पूजा और धार्मिक अनुष्ठान किए गए.
राम मंदिर का ध्वजारोहण करने के लिए 25 नवंबर की तिथि इसलिए चुनी गई क्योंकि यह मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि थी. इस तिथि पर ही भगवान राम और माता सीता का विवाह संपन्न हुआ था, जिसे हर साल विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है.

जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra)
हिंदू वैदिक पंचांग के मुताबिक, हर साल आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि के दिन जगन्नाथ रथ की शुरुआत होती है. यह रथ यात्रा जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर अपनी मौसी के घर और गुंडिचा मंदिर तक जाती है.
इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का रथ भी शामिल होता है. दूर-दूर से श्रद्धालु इस रथ यात्रा में शामिल होने के लिए आते हैं.
इस साल जगन्नाथ रथ यात्रा 27 जून को शुरू हुई, भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा हर सा चर्चा का विषय रहती है. यह धार्मिक जुलूस साल में एक बार निकलता है, जो वातावरण को शुद्ध कर देता है.

गोवा में भगवान राम की मूर्ति का अनावरण
गोवा भारत का सबसे छोटा राज्य, जो अपनी अनूठी विशेषताओं के लिए जाना जाता है. हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक गोवा घूमने आते हैं. इस साल श्री संस्थान गोकर्ण परतागली जीवोत्तम मठ में भगवान राम की प्रतिमा को स्थापित किया गया, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही.
इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 नवंबर को किया था. भगवान राम की यह मूर्ति कांसे से बनी है. प्रतिमा में रामजी धनुष और बाण धारण किए हुए है.
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Frequently Asked Questions
राम मंदिर में ध्वजारोहण के लिए 25 नवंबर की तिथि क्यों चुनी गई?
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