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Valentine's Day 2023 History: 14 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन डे, जानें इस दिन से जुड़ा इतिहास

Valentine's Day 2023: वैलेंटाइन डे प्यार करने वालों का दिन होता है.खासकर प्यार का इजहार करने के लिए युवा इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर वैलेंटाइन डे क्यों मनाते हैं.

Valentine's Day 2023 History: जिस तरह प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती, उसी तरह प्यार करने के लिए कोई दिन, सप्ताह या महीना नहीं होता. प्यार का इजहार कभी भी किया जा सकता है. लेकिन प्यार का इजहार करना इतना आसान भी तो नहीं होता है. इसलिए प्यार करने वालों के लिए 14 फरवरी का दिन बहुत खास होता है. इसे लव मंथ या प्यार का महीना कहा जाता है.

14 फरवरी से एक हफ्ते पहले ही प्यार के मौसम यानी वैलेंटाइन वीक की शुरुआत हो जाती है और युवा वैलेंटाइन वीक के अलग-अलग दिन को विशेष रूप से मनाते हैं. हालांकि बहुत कम लोग ही यह जानते हैं कि आखिर वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है, क्यों इसके लिए 14 फरवरी के दिन को ही निर्धारित किया गया और क्या है इसे मनाए जाने के पीछे का इतिहास. वैलेंटाइन डे के बारे में तो आप जानते ही होंगे. लेकिन आपको अवगत कराते हैं इस दिन से जुड़े इतिहास और कुछ जरूरी तथ्यों से.

वैलेंटाइन डे की कहानी

‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ की किताब में वैलेंटाइन डे का जिक्र मिलता है. इसके अनुसार, यह दिन रोम के पादरी ‘संत वैलेंटाइन’ को समर्पित है. संत वैलेंटाइन 270 ईसवी में थे और वे प्रेम को बढ़ावा देते थे. संत वैलेंटाइन दुनियाभर में प्यार के संदेश बांटते थे.

हालांकि उस समय रोम के राजा क्लाउडियस प्रेम संबंधों के सख्त विरोध में थे. वे प्रेम और प्रेम विवाह में विश्वास नहीं रखते थे. दरअसल इसे लेकर राजा क्लाउडियस का मानना था कि प्रेम या किसी के प्रति लगाव या झुकाव के कारण सैनिकों का ध्यान भंग होता है और इसी कारण रोम के लोग सेना में भर्ती नहीं होना चाहते थे. इसलिए क्लाउडियस ने रोम में सैनिकों की शादी और सगाई पर भी पाबंदी लगा दी थी.

इस बात को लेकर संत वैलेंटाइन ने विरोध जताया और आवाज उठाई. संत वैलेंटाइन ने रोम के राजा के विरुद्ध जाकर कई शादियां भी करवाईं. इस कारण संत वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया गया. यह दिन 14 फरवरी का दिन था. संत वैलेंटाइन ने फांसी से पहले राजा के जेलर की बेटी के नाम एक चिट्ठी भी लिखी थी. इसमें संत वैलेंटाइन ने मौत के बाद अपनी आंखे उसकी नेत्रहीन बेटी को दान में देने की बात कही थी.

भले ही संत वैलेंटाइन को सूली पर चढ़ा दिया गया हो. लेकिन प्यार करने वालों के लिए वे अमर हो गए और हर साल संत वैलेंटाइन की याद में ही 14 फरवरी के दिन को वैलेंटाइन डे मनाया जाता है और इसे प्यार करने वालों का दिन कहा जाता है.

कब मनाया गया था पहला वैलेंटाइन डे

खबरों की माने तो 496 में पहला वैलेंटाइन डे मनाया गया था. आज भले ही 14 फरवरी को दुनियाभर में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है. लेकिन इसकी शुरुआत सबसे पहले रोमन फेस्टिवल से हुई थी. 5वीं शताब्दी के अंत तक, पोप गेलैसियस ने 14 फरवरी के दिन को सेंट वैलेंटाइन डे घोषित किया और इसके बाद से ही इसे मनाया जाने लगा. रोमवासियों के लिए तो इसे एक त्योहार की तरह मनाया जाता है और इस दिन सामूहिक विवाह भी होते हैं.

ये भी पढ़ें: Saraswati Puja 2023: कैसा है देवी सरस्वती का स्वरूप, जानें इससे जुड़ी विशेषताएं

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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