Mathura Shani Mandir: शनि देव का मथुरा से है खास नाता, वजह जान आप भी बना लेंगे यहां दर्शन करने का प्लान
Mathura Shani Mandir: क्या आप जानते हैं कि शनि देव (Shani Dev) का मथुरा से गहरा नाता है? जानें वो पौराणिक कथा, रहस्य और कौन-से मंदिर में होती है उनकी विशेष पूजा.

Mathura Shani Mandir: शनि एक मात्र ऐसे ग्रह हैं जिसकी दृष्टि और छाया से हर कोई बचना चाहता है. शनि ही एक ऐसा ग्रह है जिसकी छाया से मनुष्य ही नहीं देवता और प्रेत भी घबराते हैं. शनि देव का प्रभाव इतना प्रबल है कि जब ये दंड देने पर आते हैं तो ईश्वर भी नहीं संभाल पाते हैं.
कारण स्पष्ट है, शनि देव को स्वंय भगवान शिव ने उन्हें न्यायाधीश यानि कलियुग का दंडाधिकारी नियुक्त कर रखा है, यही कारण है कि शनि के नाम से ही लोगों के पसीने छूट जाते हैं. पौराणिक ग्रंथों में शनि के उपाय का भी वर्णन मिलता है, शनि किसी की कुंडली में अशुभ, और जीवन में समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही तो शनि से जुड़े उपाय अवश्य करने चाहिए.
उत्तर प्रदेश के मथुरा से शनि देव गहरा नाता है. यही कारण है यहां शनि की महादशा, साढ़े साती और ढैय्या से परेशान लोगों का यहां आना लगा रहता है. शनिवार के दिन यहां पर विशेष भीड़ रहती है. मथुरा के इस स्थान से शनि महाराज का क्या विशेष रिश्ता है, जानते हैं-
मथुरा, सिर्फ कृष्ण नगरी ही नहीं, शनि की भी है कर्मभूमि
मथुरा को यूं तो भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है, लेकिन कम लोग जानते हैं कि यहां शनि देव से जुड़ा एक ऐतिहासिक और पौराणिक रिश्ता भी है. मान्यता है कि शनि देव ने मथुरा में कलियुग में अपने प्रभाव को नियंत्रित रखने के लिए घोर तपस्या की थी. वे श्रीकृष्ण के जन्म से पूर्व मथुरा के पास स्थित कोसीकलां (Kosi Kalan Shani Temple) में ध्यान में लीन रहे. शनि देव के इस मंदिर को सिद्ध स्थान के रुप में मान्यता प्राप्त है. शनि से पीड़ित लोगों को यहां दर्शन मात्र से ही लाभ प्राप्त होता है.
पौराणित मान्यता के अनुसार मथुरा के निकट इस शनि स्थान पर उन्होंने ब्रह्मा, विष्णु, महेश से वरदान प्राप्त किया कि जो भी भक्त इस स्थान पर दर्शन करेगा, उस पर उनका शुभ प्रभाव रहेगा. यानि शनि उसका कभी भी बुरा नहीं करेंगे. शनि देव के मंदिर मथुरा में कहां हैं? (Location Guide) इसकी जानकारी आसानी से उपलब्ध है.
कोसीकलां स्थिति पवित्र शनि मंदिर (Mathura-Vrindavan Highway) जानें के लिए इंटरनेट पर भरपूर जानकारी उपलब्ध है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि से लगभग ये मंदिर लगभग 30 किमी दूर इस मंदिर में शनिवार के दिन विशेष पूजा होती है, शनिवार के दिन शनि देव का तेल से अभिषेक शुभ फद देने वाला माना गया है.
अगर आप शनि की साढ़े साती या ढैय्या से जूझ रहे हैं, तो मथुरा का शनि धाम के दर्शन शनि के उपाय के तौर शुभ परिणाम देने वाला साबित हो सकता है. इस स्थान के बारे में जानकारों में कहा जाता है कि ये एक आध्यात्मिक उपाय के साथ-साथ आत्म-शुद्धि की भी अनुभूति प्रदान करता है.
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