नवरात्र के पहले दिन इस तरह करें पूजा-अर्चना
शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना आज से शुरू होकर 29 सितंबर तक होगी. पहला दिन मां शैलपुत्री का होता जानिए कैसे करें पूजा.
नई दिल्लीः शारदीय नवरात्र आज से शुरू हो रहे हैं. शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना आज से शुरू होकर 29 सितंबर तक होगी. 30 सितंबर को विजयदशमी का पर्व मनाया जाएगा.
पहला दिन मां शैलपुत्री का होता जानिए कैसे करें पूजा-
कैसे करें तैयारी की शुरुआत- जहां आपको स्थापना करनी है उस स्थान की सबसे पहले सफाई कर लें. साथ ही साथ पूरे घर में भी झाडू-पोंछा लगाकर सफाई कर लें. कोशिश करें की माता को वस्त्र पहनाने और बदलने का काम घर की स्त्री द्वारा किया जाए. संभव हो सके तो बंधनवार जरूर लगाएं. उसके बाद माता के दरबार के पास रंगोली बनाएं.
9 दिन तक इस समान का उपयोग करें-
- साबुत लोंग का जोड़ा
- सुपारी
- पान
- दूध, दही या दूध दही से बनी कोई चीज जो घर में बनायी गई हो उसका सेवन माता को कराएं और स्वयं भी करें.
- शुद्ध रोली और कुमकुम
- मां को आल्ता लगाएं और घर की स्त्रियां भी आल्ता लगाएं
- अक्षत
- पंच मेवा
- संभव हो सके तो अखंड ज्योति जलाएं. दीपक मिट्टी और पीतल का हो सकता है. दीपक मां की प्रतिमा के बांईं और रहेगा.
- रोजना पंच दीपक जलाएं और संभव हो सके तो आटे का दीपक जलाएं.
ऐसे करें पूजा- पूजा में आप मंत्रों का उच्चारण कर सकते हैं या भजन कीर्तन कर सकते हैं. दुर्गा सप्तशती का पाठ करें आप पूजा का सुबह, दोपहर या शाम का एक निश्चित समय बना लें.
यदि आप उपवास कर रहें हैं तो ध्यान दें- सिर्फ एक वक्त भोजन करें और भोजन का समय शाम की पूजा के बाद सूर्य अस्त के समय होगा. दसवें दिन पूजा करने के बाद ही उपवास खत्म करें.
नवरात्रि में ना करें ये गलतियां- नवरात्रि का त्यौहार गृहस्थ सुख के लिए नहीं होता है तो किसी की शादी तय ना करें. पति-पत्नी साधुओं की तरह एक-दूसरे से दूर रहें.
शास्त्रों के अनुसार, अश्विन मास की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक नवरात्र व्रत और दुर्गा पूजन किया जाता है. इन 9 दिनों में मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा का विधान है. नवरात्र के पहले दिन मंगल कामना के लिए कलश स्थापना का विधान है.
नोट: ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.
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