नारियल तेल से जुड़े इन मिथ्स के बारे में जानते हैं आप!

नई दिल्लीः नारियल तेल को बालों और शरीर को पोषण प्रदान करने के लिए जाना जाता है. अगर इसका सेवन व्यायाम करने के बाद स्वस्थ आहार के साथ किया जाता है, तो यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. ये हम नहीं कह रहे बल्कि ऐसा कहना है 'हॉलिस्टिक न्यूट्रिशनिस्ट' की इशिका सचदेव का. आज हम आपको नारियल तेल से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथ्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
मिथः कई लोग मानते हैं कि नारियल तेल दिल की बीमारी का कारण बनता है. इस मिथक का कारण यह है कि इसमें अधिक मात्रा में सैचुरेटिड फैट पाया जाता है, हालांकि एडवांस्ड रिसर्च ने यह साबित कर दिया है कि प्राकृतिक रूप से फैट युक्त आहार आपके दिल को नुकसान नहीं पहुंचाते.
मिथः नारियल तेल को लेकर ये माना जाता है कि इसका स्वाद नारियल की तरह लगता है. जबकि यह ऑयल रिफाइंड और वर्जिन/कोल्ड प्रेस्ड दो रूपों में आता है और सभी वैरायटी नारियल के स्वाद वाले नहीं होते. रिफाइंड नारियल तेल में इसकी महक या स्वाद नहीं होता, ताकि उन्हें आसानी से भोजन में इस्तेमाल किया जा सके.
हालांकि, हाइड्रोजेनेटेड नारियल तेल का सेवन किसी कीमत पर नहीं करना चाहिए, ये सिंथेटिक ट्रॉन्स फैट बना सकते हैं. ऐसे नारियल तेल को अपने आहार में शामिल करें जो नैचुरल रूप से और केमिकल मुक्त प्रक्रिया से रिफांइड किया गया हो.
मिथः नारियल तेल से जुड़ा यह मिथक भी है कि इसमें कोलेस्ट्रॉल उच्च मात्रा में होता है, जबकि सच्चाई यह है कि यह तेल मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स से बना होता है, जो हमारे शरीर द्वारा प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाता है. वे बेहतर प्रोफाइल बनाए रखने में मदद करते हैं. इसका मतलब शरीर में ज्यादा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा होने पर यह इसका स्तर कम कर देता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर ऊपर बढ़ता है.
नोट: ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
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