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... तो इन वजहों से अंडरवियर को धोना चाहिए अलग!

नईदिल्लीः अक्सर हम लॉन्ड्री को लेकर लेजी हो जाते हैं. हम धोने वाले कपड़े एकसाथ एक ही लॉन्ड्री बैग में भर देते हैं. फिर इसमें हमारे व्हाइट कपड़े हो या वूलन सॉक्स या फिर अंडरगारमेंट्स. लेकिन क्या आप जानते हैं कपड़े धोते समय बहुत सारी बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है. आज हम आपको बताएंगे क्या होता है जब आप अंडरगारमेन्ट्स को भी बाकी कपड़ों के साथ धो देते हो. अगर हम आपको ये बात बताने जा रहे हैं तो आपको इस बात को सीरियसली लेना चाहिए क्योंकि अंडरगारमेन्ट्स इंफेक्शन फैलाने में जिम्मेदार होते हैं. अंडरवियर में लगी होती है पू- एक रिसर्च के मुताबिक, दिनभर में अंडरवियर के एक पेयर में तकरीबन 1 ग्राम के 10वें हिस्से जितनी पॉटी लगी होती है. जब आप इसे वॉशिंग मशीन में बाकी कपड़ों के साथ डालते हैं तो सोचो क्या होगा? ऐसे में तकरीबन 100 मिलियन ईकोली (एक तरह का बैक्टीरिया) पानी में मिल जाते हैं. हॉट वॉटर है जरूरी- इसमें कोई शक नहीं कि फुली ऑटोमैटिक मशीन ने चीजों को हमारे लिए आसान बना दिया है. आप आसानी से कपड़ों के लिए उनके स्टफ के मुताबिक टेम्प्रेएचर सेट कर सकते है. लेकिन क्या आप जानते हैं सामान्य कपड़ों के लिए जहां 15 डिग्री टेम्प्रचर चाहिए होता है वहीं अंडरवियर के लिए 40 डिग्री टेम्प्रेचर की जरूरत होती है. ऐसे में इंफेक्शन से बचने और अंडरवियर के सभी बैक्टीरिया को मारने के लिए इन्हें अलग से हॉट वॉटर में धोना ही बेहतर है. बच्चे -बुजुर्गों का ध्यान- बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी लो होती है. इनको इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. ऐसे में अगर घर में कोई बीमार है तो अंडरगारमेंट्स को अलग धोना और भी जरूरी है. इन्हें 60 डिग्री टेम्प्रेचर में धोना चाहिए ताकि सभी बैक्टीरिया मर सकें. अंडरवियर और रसोईघर के कपड़े- हम सभी रसोईघर की क्लीनिंग को लेकर बेहद सजग होते हैं लेकिन किचन के वॉशिंग टॉवल को अंडरवियर के साथ धोना आप कैसे टॉलरेट कर सकते हैं. अगर आप इनको साथ में धोते हैं तो इंफेक्शन होने के पूरे चांस हैं साथ ही किचन भी इंफेक्टिड हो सकती है. स्ट्रांग डिजरर्जेंट है हानिकारक- अक्सर लोग कपड़े धोने के लिए स्ट्रांग डिजरर्जेंट का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं टेम्प्रेचर के मुताबिक लॉन्ड्री डिजरर्जेंट अलग आते हैं. आप कोई भी डिजरर्जेंट का इस्तेमाल करेंगे तो आपके अंडरवियर से बैक्टीरिया पूरी तरह नहीं निकल पाएंगे. डिजरर्जेंट का इस्तेमाल है बेहतर- ये माना जाता है कि लिक्विड डिजरर्जेंट में ब्लीचिंग एजेंट नहीं होता. इससे कपड़ों को पूरी तरह से साफ करना मुश्किल होता है. ब्लीचिंग एजेंट कपड़ों से इंफेक्शन को निकाल देता है. पाउडर डिजरर्जेंट का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर है.
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