फैलोपियन ट्यूब न होने पर क्या-क्या परेशानी आ सकती है? एक्सपर्ट से समझिए
Fallopian Tube Issues: फैलोपियन ट्यूब न होने पर महिलाओं को गर्भधारण में कठिनाई, हार्मोनल बदलाव और प्रजनन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

Fallopian Tube Issues: महिलाओं का शरीर कई जटिलताओं और रहस्यों से भरा होता है. गर्भधारण की प्रक्रिया भी इन्हीं में से एक है, जिसमें फैलोपियन ट्यूब का अहम रोल होता है. ये ट्यूब अंडाशय से निकलने वाले एग को गर्भाशय तक पहुंचाने का काम करती हैं. लेकिन कई बार मेडिकल कंडीशन या सर्जरी की वजह से महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब डैमेज हो जाती है या हटा दी जाती है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि, ट्यूब न होने पर महिला को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
फैलोपियन ट्यूब न होने पर महिला के प्रजनन तंत्र पर गहरा प्रभाव पड़ता है. फैलोपियन ट्यूब्स का प्रमुख कार्य अंडाणु (egg) को अंडाशय से गर्भाशय तक पहुँचाना और वहीं पर शुक्राणु (sperm) के साथ मिलकर गर्भाधान (fertilization) करना है। जब ये ट्यूब्स नहीं होतीं, तो गर्भाधान का यह प्राकृतिक तरीका बाधित हो जाता है, और महिला के लिए गर्भधारण में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
गर्भधारण में समस्या
गुरुग्राम के CIFR स्त्री रोग विशेषज्ञ और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. पुनीत राणा अरोड़ा का कहना है कि, फैलोपियन ट्यूब की अनुपस्थिति से सबसे बड़ी समस्या गर्भधारण में होती है. क्योंकि ट्यूब्स अंडाणु और शुक्राणु को मिलाने का स्थान हैं, इनकी अनुपस्थिति से गर्भधारण एक प्राकृतिक प्रक्रिया नहीं बन पाती. इस स्थिति में, महिला को IVF (In-vitro fertilization) या अन्य सहायक प्रजनन तकनीकों (ART) का सहारा लेना पड़ता है.
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एग और स्पर्म का मिलन नहीं हो पाना
फैलोपियन ट्यूब्स का मुख्य कार्य अंडाणु और शुक्राणु को एक जगह पर लाना है. इनके नहीं होने पर गर्भधारण का मौका बहुत कम हो जाता है. क्योंकि अंडाणु और शुक्राणु का मिलन सामान्य तरीके से संभव नहीं हो पाता.
गर्भस्थापन में परेशानी
यदि कोई महिला गर्भधारण करने में सफल हो भी जाती है, तो फैलोपियन ट्यूब की अनुपस्थिति से गर्भस्थापन (implantation) में भी कठिनाइयाँ उत्पन्न हो सकती हैं. ट्यूब्स का काम केवल अंडाणु को गर्भाशय तक पहुँचाना नहीं होता, बल्कि गर्भस्थापन के लिए आवश्यक वातावरण को भी तैयार करना होता है.
एचटीपी (Ectopic Pregnancy) का खतरा
जब फैलोपियन ट्यूब्स नहीं होते हैं, तो गर्भाशय में गर्भस्थापन की संभावना कम होती है, लेकिन कभी-कभी अंडाणु ट्यूब के अंदर ही गर्भवती हो सकता है, जिसे एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहते हैं। यह एक गंभीर और खतरनाक स्थिति हो सकती है, जिसके लिए तात्कालिक चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है.
फैलोपियन ट्यूब की अनुपस्थिति से गर्भधारण में महत्वपूर्ण समस्याएँ उत्पन्न होती हैं, लेकिन इस स्थिति में भी आधुनिक चिकित्सा द्वारा सहायता प्रदान की जाती है, जैसे IVF और ART, जिससे महिलाएँ प्रजनन क्षमता को प्राप्त कर सकती हैं.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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