एक्सप्लोरर

Lung cancer: लगातार खांसी भी हो सकती है फेफड़ों के कैंसर का संकेत? अगर ये लक्षण भी हैं तो डॉक्टर से बात कर लें

Lung cancer: खांसी फेफड़े के कैंसर के प्रमुख लक्षणों में से एक है, यह कई अन्य बीमारियों और संक्रमणों का संकेत हो सकता है. समय रहते हुए आपको इसके लक्षण पहचानने की जरूरत होती है.

Lung cancer: सर्दियों का मौसम अपने साथ कई सारी बीमारियों को लेकर आता है. सर्दी, फ्लू, जुकाम और खांसी ये सब बीमारी ठंड के मौसम में जरूर होती है.  लेकिन लंबे समय से चली आ रही खांसी को हल्के में नहीं लेना चाहिए. खासकर श्वसन संक्रमणों के लिए खांसी एक सामान्य लक्षण है जो या तो आती है और जाती है या हफ्तों और कभी-कभी महीनों तक बनी रहता है. लेकिन आपको चिंता कब शुरू करनी चाहिए? क्या लगातार खांसी का मतलब कुछ और गंभीर हो सकता है? या फिर यह फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है? इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि लगातार खांसी होने पर आपको कब सचेत हो जाना चाहिए.

लगातार खांसी कहीं आपको तो नहीं दे रही फेफड़ों के कैंसर का संकेत?

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, "अलग-अलग लोगों में फेफड़ों के कैंसर के अलग-अलग लक्षण होते हैं. कुछ लोगों में फेफड़े से संबंधित लक्षण होते हैं. कुछ लोग जिनके फेफड़ों का कैंसर शरीर के अन्य भागों में फैल गया है (मेटास्टेसाइज़्ड) शरीर के उस हिस्से के लिए विशिष्ट लक्षण।" जबकि खांसी फेफड़े के कैंसर के प्रमुख लक्षणों में से एक है, यह कई अन्य बीमारियों और संक्रमणों का संकेत हो सकता है, विशेष रूप से इस सुन्न करने वाले ठंडे मौसम में, श्वसन वायरस पनप रहे हैं, जो लोगों को काफी हद तक भ्रमित कर रहे हैं.

इन लक्षणों से पहचानें

हालांकि, यूके की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं के अनुसार, एक लंबी खांसी जो तीन सप्ताह के बाद दूर नहीं होती है, उसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए. डॉक्टर से अपनी जांच करवानी चाहिए, क्योंकि यह फेफड़ों के कैंसर की ओर इशारा कर सकता है, स्वास्थ्य निकाय को सलाह देता है. इसके अलावा, अगर खांसी दर्द या दर्द के साथ है, तो यह चिंता का संकेत हो सकता है और पल्मोनोलॉजिस्ट का दौरा तत्काल कदम होना चाहिए.

खांसी होने पर खून को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए

मेयो क्लिनिक बताते हैं, "फेफड़ों के कैंसर से वायुमार्ग में रक्तस्राव हो सकता है, जिससे आपको खून खांसी (हेमोप्टाइसिस) हो सकता है". फेफड़े के कैंसर से जुड़े कई लक्षण अन्य बीमारियों के साथ भी हो सकते हैं, यही वजह है कि सीडीसी आपके डॉक्टर से बात करने की सलाह देता है, जो इसका कारण खोजने में मदद कर सकते हैं. यदि आपके पास फेफड़ों के कैंसर का कोई मुख्य लक्षण या कोई कम सामान्य लक्षण है, तो एनएचएस भी जीपी देखने की सलाह देता है. ब्रिटेन के स्वास्थ्य निकाय का कहना है, "फेफड़ों के कैंसर के अधिकांश मामले धूम्रपान के कारण होते हैं, हालांकि जिन लोगों ने कभी धूम्रपान नहीं किया है, उनमें भी यह स्थिति विकसित हो सकती है".

सिगरेट धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर का सबसे बड़ा कारण

ब्रिटेन के स्वास्थ्य निकाय ने आगे कहा कि सिगरेट धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर के लिए 'एकमात्र सबसे बड़ा जोखिम कारक' हो सकता है, अन्य कारक जैसे कि सेकेंड हैंड या पैसिव स्मोकर होना, रेडॉन गैस, एस्बेस्टस और अन्य कार्सिनोजेन्स के संपर्क में आना, या बीमारी का पारिवारिक इतिहास होने से यह जोखिम बढ़ सकता है। आप जोखिम में हैं. उन्नत चरण के कैंसर की किसी भी संभावना से बचने और समय पर उचित उपचार प्राप्त करने के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच करवाना सबसे अच्छा है. 

ये भी पढ़ें- Drinking Water During Eating: खाना खाते हुए आपको भी है पानी पीने की आदत, तो नुकसान के बारे में जरूर जान लें

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Tirupati Laddoo Row: 'YSRCP सरकार में बदली गई थी घी सप्लाई की शर्त', तिरुपति लड्‌डू विवाद पर बोले चंद्रबाबू नायडू
'YSRCP सरकार में बदली गई थी घी सप्लाई की शर्त', तिरुपति लड्‌डू विवाद पर बोले चंद्रबाबू नायडू
'अरविंद केजरीवाल के साथ मेरा रिश्ता भगवान राम और लक्ष्मण जैसा', मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान
'अरविंद केजरीवाल के साथ मेरा रिश्ता भगवान राम और लक्ष्मण जैसा', मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान
सुपरस्टार जो टाइम का आज भी है पंक्चुअल, खुद खोलता था फिल्मिस्तान स्टूडियो का गेट, सभी होते थे हैरान, पहचाना क्या?
सुपरस्टार जो टाइम का आज भी है पंक्चुअल, खुद खोलता था फिल्मिस्तान स्टूडियो का गेट
IND vs BAN: एक घंटा है, जो करना है..., ऋषभ पंत ने खोल दिए टीम इंडिया के बड़े राज; रोहित पर भी दिया बयान
एक घंटा है, जो करना है, ऋषभ पंत ने खोल दिए टीम इंडिया के बड़े राज
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

PM Modi US Visit: हडसन में गंगा की झलक...अमेरिका में हिंद की चमक ! ABP NewsSandeep Chaudhary: RSS से करीबियां बढ़ाना चाहते हैं केजरीवाल? वरिष्ठ पत्रकारों का सटीक विश्लेषण |Haryana Election: दिल्ली में 'जनता अदालत'...फिर जंतर-मंतर वाली सियासत ! Kejriwal | AAP | Congress |Lebanon Israel War: खतरे में लेबनान का फ्यूचर, बज गया सिविल वॉर का हूटर? | America | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Tirupati Laddoo Row: 'YSRCP सरकार में बदली गई थी घी सप्लाई की शर्त', तिरुपति लड्‌डू विवाद पर बोले चंद्रबाबू नायडू
'YSRCP सरकार में बदली गई थी घी सप्लाई की शर्त', तिरुपति लड्‌डू विवाद पर बोले चंद्रबाबू नायडू
'अरविंद केजरीवाल के साथ मेरा रिश्ता भगवान राम और लक्ष्मण जैसा', मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान
'अरविंद केजरीवाल के साथ मेरा रिश्ता भगवान राम और लक्ष्मण जैसा', मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान
सुपरस्टार जो टाइम का आज भी है पंक्चुअल, खुद खोलता था फिल्मिस्तान स्टूडियो का गेट, सभी होते थे हैरान, पहचाना क्या?
सुपरस्टार जो टाइम का आज भी है पंक्चुअल, खुद खोलता था फिल्मिस्तान स्टूडियो का गेट
IND vs BAN: एक घंटा है, जो करना है..., ऋषभ पंत ने खोल दिए टीम इंडिया के बड़े राज; रोहित पर भी दिया बयान
एक घंटा है, जो करना है, ऋषभ पंत ने खोल दिए टीम इंडिया के बड़े राज
Coldplay Concert: कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के टिकट की कीमत लाखों तक पहुंची, ऐसी दीवानगी कि बुकिंग साइट हुई क्रेश
कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के टिकट की कीमत लाखों तक पहुंची, ऐसी दीवानगी कि बुकिंग साइट हुई क्रेश
वक्फ संशोधन बिल पर JPC को मिले AI जेनरेटेड रिएक्शन, अब तक आ चुके हैं 96 लाख ईमेल
वक्फ संशोधन बिल पर JPC को मिले AI जेनरेटेड रिएक्शन, अब तक आ चुके हैं 96 लाख ईमेल
दुनिया के किस देश में हैं सबसे ज्यादा दूतावास, किस नंबर पर आता है अपना भारत?
दुनिया के किस देश में हैं सबसे ज्यादा दूतावास, किस नंबर पर आता है अपना भारत?
AI से कैसे होगा सर्वाइकल कैंसर का इलाज, क्या दूसरी बीमारियों में भी काम आएगी ये तकनीक?
AI से कैसे होगा सर्वाइकल कैंसर का इलाज, कितनी कारगर है ये तकनीक
Embed widget