Gas And Acidity: पेट में गैस और एसिडिटी से परेशान? ये देसी नुस्खे हैं बेहद असरदार
Heartburn Causes And Treatment: लोग पेट की दिक्कत को लेकर काफी परेशान रहते हैं, दवाइयों को भी ज्यादा असर नहीं होता है. चलिए आपको बताते हैं कि आप कैसे घरेलू नुस्खों से इसका इलाज कर सकते हैं.

Home Remedies For Gas And Bloating: पेट में गैस और एसिडिटी आजकल एक आम समस्या बन चुकी है. गलत खानपान, ज्यादा मसालेदार या तला-भुना खाना, जरूरत से ज्यादा खाना और तनाव जैसी लाइफस्टाइल आदतें इसके पीछे की बड़ी वजह मानी जाती हैं. जब पेट की ग्लैंड्स जरूरत से ज्यादा एसिड बनाने लगती हैं, तो यह एसिड ऊपर की ओर इसोफेगस में पहुंच जाता है, इसी स्थिति को एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है, जिसमें छाती या गले में जलन महसूस होती है, जिसे आम भाषा में हार्टबर्न कहा जाता है. कई बार यह समस्या गैस्ट्राइटिस या पेट में एसिड के असंतुलन के कारण भी हो सकती है. हल्की एसिडिटी में घरेलू उपाय काफी राहत दे सकते हैं, लेकिन अगर समस्या लंबे समय तक बनी रहे या ज्यादा गंभीर हो जाए, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है. चलिए आपको बताते हैं कि आप किन घरेलू उपाय से इसको ठीक कर सकते हैं.
अदरक
अदरक को सदियों से गैस और एसिडिटी के घरेलू इलाज के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है. यह आंतों में बनने वाली गैस को कम करता है, पेट की परत को शांत करता है और एसिड के उत्पादन को कंट्रोल करने में मदद करता है. अदरक में मौजूद जिंजरॉल नामक तत्व डाइजेशन को बेहतर बनाता है और सूजन कम करता है, जिससे एसिडिटी से होने वाली जलन में राहत मिलती है.
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते पेट से जुड़ी समस्याओं में काफी फायदेमंद माने जाते हैं. इनमें यूजेनॉल और कार्मिनेटिव जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करते हैं और पाचन को दुरुस्त रखते हैं. तुलसी पेट की परत को शांत करती है, एसिड रिफ्लक्स को कम करती है और हार्टबर्न जैसी परेशानी में राहत देती है.
एलोवेरा जूस
एलोवेरा पेट के लिए ठंडक देने वाला माना जाता है. यह पेट और भोजन नली में होने वाली जलन को कम करता है और एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है. एलोवेरा पेट की अंदरूनी परत को ठीक करने में सहायक होता है, खाने से पहले थोड़ा सा एलोवेरा जूस लेने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है.
सौंफ
सौंफ के बीजों में एनेथोल नामक तत्व होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और एसिडिटी को कम करने में मदद करता है. यह गैस और पेट फूलने की समस्या को भी कम करता है। खाने के बाद सौंफ चबाना या सौंफ की चाय पीना फायदेमंद माना जाता है.
कैमोमाइल टी
कैमोमाइल टी में सूजन कम करने वाले गुण होते हैं, जो पेट और भोजन नली की जलन को शांत करते हैं. इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स डाइजेशन को आराम देते हैं और एसिडिटी के लक्षणों को कम करते हैं. यह तनाव को भी कम करती है, जिससे स्ट्रेस की वजह से होने वाली एसिडिटी में राहत मिल सकती है.
गुड़
गुड़ पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे खाना बेहतर तरीके से पचता है और पेट में गैस बनने की संभावना कम होती है. यह पेट की परत को शांत करने में भी मदद करता है और एसिडिटी से राहत दिला सकता है.
छाछ
छाछ को एसिडिटी के लिए एक आसान और असरदार घरेलू उपाय माना जाता है. इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड पाचन को बेहतर बनाता है और पेट के एसिड को संतुलित करता है. मसालों के साथ ली गई छाछ एसिड रिफ्लक्स से तुरंत राहत दे सकती है.
सोर्स- Pacehospital
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Source: IOCL






















