CDC पैनल की सिफारिश- कमजोर इम्यूनिटी वाले अमेरिकियों को लगे कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक
CDC की सिफारिश सिर्फ उन लोगों पर लागू होगी जिन्होंने फाइजर या मॉडर्ना की वैक्सीन का दो डोज ले लिया है, न कि जॉनसन एंड जॉनस की एक खुराक. तीसरा डोज फिलहाल चिली, फ्रांस, जर्मनी और इजराइल में मंजूर है.
सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की सलाहकार कमेटी ने अमेरिका के कमजोर इम्यूनिटी वालों को कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी डोज लेने की सिफारिश की है. टीकाकरण पर सलाहकार कमेटी ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से कमजोर इम्यून सिस्टम के खास मरीजों को फाइजर-बायोएनटेक या मॉडर्ना वैक्सीन की बूस्टर खुराक लेने के पक्ष में मतदान किया.
कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी डोज की सिफारिश
माना जाता है कि तीन फीसद अमेरिकन कैंसर के इलाज, ऑटोइम्यून रोग, एचआईवी या दूसरी बीमारियों के कारण कमजोर इम्यूनिटी वाले हैं. पिछले कुछ महीनों में कई रिसर्च से संकेत मिला है कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को पूरी तरह टीकाकरण के बाद भी स्वस्थ लोगों के बराबर सुरक्षा नहीं रहती है. इससे पहले, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा था कि इसके कोई सबूत नहीं हैं कि पूरी तरह टीकाकरण करा चुके अमेरिकियों को बूस्टर खुराक की जरूरत होगी. लेकिन, कई रिसर्च में बताया गया कि कमजोर इम्यून सिस्टम से पीड़ित लोगों का एंटीबॉडी लेवल कम होता है या पता नहीं चलता है, यहां तक कि दो डोज के बाद भी.
CDC ने कमजोर अमेरिकियों के लिए की वकालत
मई में एक रिसर्च से खुलासा हुआ था कि कैंसर के सभी मरीजों में टीकाकरण कराने के बाद स्वस्थ लोगों के मुकाबले कम एंटीबॉडी विकसित होती है और 10 फीसद में मुश्किल से ही एंटीबॉडी बने. ये कोविड-19 एंटीबॉडी को इस आबादी के लिए और भी महत्वपूर्ण बनाता है. हालांकि, तीसरा डोज एंटीबॉडी लेवल बढ़ाने का एक जरिया हो सकता है. सीडीसी डायरेक्टर डॉक्टर रोशैल वालसिंकी ने शुक्रवार की दोपहर सिफारिश पर हस्ताक्षर किया, जो रोगियों को अतिरिक्त डोज दिए जाने से पहले जरूरी है. उन्होंने लिखा, "ऐसे समय जब डेल्टा वेरिएन्ट के मामले बढ़ रहे हैं, वैक्सीन का अतिरिक्त डोज कमजोर इम्यून सिस्टम वाले कुछ लोगों को गंभीर और संभावित रूप से जानलेवा कोविड-19 मामलों को रोकने में इस आबादी की मदद कर कर सकता है."
कमेटी की सिफारिश के तहत ऐसे कमजोर इम्यून मरीजों को बूस्टर हासिल करने की इजाजत दी जाएगी जिन्होंने फाइजर या मॉडर्ना की वैक्सीन लगवा ली है. कमेटी ने कहा है कि तीसरा डोज लेनेवाले मरीजों को सुनिश्चित करना चाहिए कि ये पहले के दोनों डोज से मिलता हो, इसका मतलब हुआ का जिन्होंने मॉडर्ना का दो डोज इस्तेमाल किया है, उनको मॉडर्ना की वैक्सीन का ही तीसरा डोज लगेगा और जिनको फाइजर का दोनों डोज लगाया गया है, उनको फाइजर की ही तीसरी खुराक लगाई जाएगी. कमेटी के फैसले में जॉनसन एंड जॉनसन की एक डोज वाली वैक्सीन लेनेवाले अमेरिकियों को शामिल नहीं किया गया है. तीसरा डोज फिलहाल चिली, फ्रांस, जर्मनी और इजराइल समेत कई देशों में मंजूर है.
Kitchen Hacks: खाना बनाते वक्त फॉलो करें यह आसान किचन हैक्स, आपका काम बन जाएगा आसान
Vitamin B Complex: विटामिन बी के 8 प्रकार कौन से हैं, जानिए इनके फायदे और प्राकृतिक स्रोत
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets