भारत के रूस के साथ तेल संबंध पर अमेरिका को क्यों है आपत्ति? जानिए रूस से क्या क्या खरीदता है भारत
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयात देश है. रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है. लेकिन भारत के रूस के साथ तेल संबंध पर अमेरिका को आपत्ति है. जानिए ऐसा क्यों है.

भारत रूस से सस्ते दर पर तेल खरीद रहा है इसे लेकर पश्चिमी देशों को व्यापारिक और कूटनीतिक आपत्ति है. अमेरिका चाहता है भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर दे. अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस की युद्ध अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए तेल और गैस की बिक्री पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रहे हैं. भारत के ऐसा ना करने पर अमेरिका ने 25 प्रतिशत टैरिफ और रूसी तेल खरीदने पर अतिरिक्त जुर्माना लगाने की घोषणा कर दी थी. जिसके बाद भारत ने साफ किया कि वह अपनी ऊर्जा नीति को राष्ट्रीय हितों और बाजार की ताकतों के आधार पर तय करेगा और किसी बाहरी दबाव में नहीं आएगा. ऐसे में आइये जानते हैं कि भारत के रूस के साथ तेल संबंध पर अमेरिका को आखिर आपत्ति क्यों है? और भारत रूस से क्या-क्या खरीदता है?.
रूस से तेल नहीं खरीदने पर क्या होगा
भारत और रूस के बीच लंबे समय से मजबूत व्यापारिक और रणनीतिक संबंध हैं. साल 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने रूस से तेल खरीदने में भारी वृद्धि कर दी. अब भारत और चीन रूसी तेल के सबसे बड़े खरीदार हैं. वजह है रूस से तेल खरीदना दोनों देशों को सस्ता पड़ता है. रूस से तेल नहीं खरीदे पर भारत में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होगी जिससे आम जनता में असंतोष बढ़ेगा, राजनीतिक दबाव बढ़ेगा. इसके लिए भारत को तेल और गैस की घरेलू खोज और उत्पादन में निवेश बढ़ाना होगा जिससे आयात पर निर्भरता कम हो सके. अब आइये जानते हैं भारत रूस से क्या-क्या खरीदता है.
कच्चा तेल
रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है. रूस भारत के कुल आयात का लगभग 38-40 फीसदी हिस्सा आपूर्ती करता है. 2024-25 में भारत के कुल तेल आयात का लगभग 35-39% रूस से आता है. मई 2025 में भारत ने रूस से प्रतिदिन 1.96 मिलियन बैरल तेल आयात किया, जो 10 महीने का उच्चतम स्तर था.
कोयला
बता दें कि 2023 में भारत ने रूस से 10.06 मिलियन मीट्रिक टन थर्मल कोयला आयात किया था. जो कुल ईंधन आयात का लगभग 6% है. यह भारत के ऊर्जा और औद्योगिक क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है.
हथियार और रक्षा उपकरण
बीते दो दशकों में भारत ने करीब 40 अरब डॉलर के हथियार रूस से खरीदे हैं. इसमें S-400 वायु रक्षा प्रणाली, टैंक, लड़ाकू विमान, युद्धपोत और पनडुब्बियां के साथ-साथ अन्य सैन्य उपकरण भी शामिल हैं.
उर्वरक
रूस भारत को रासायनिक उर्वरक (जैसे यूरिया और अन्य नाइट्रोजन-आधारित उर्वरक) की भी आपूर्ति करता है, जो भारत के कृषि क्षेत्र के लिए आवश्यक हैं.
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