दिल्ली-NCR में कहां बन रहे हैं न्यूक्लियर बंकर? कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश
Nuclear Bunkers: परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कब होगा और यह कितना भयानक होगा, यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन इंसानों ने इस तबाही से बचने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है.

Nuclear Bunkers: भारत और पाकिस्तान के बीच छिड़े सैन्य संघर्ष में सबसे ज्यादा चर्चा परमाणु हथियारों की रही. पाकिस्तान की ओर से लगातार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी जा रही थी, जिससे दुनिया डरी हुई थी. अमेरिका, रूस, चीन जैसे बड़े देश यह जानते थे कि अगर पाकिस्तान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा, तो भारत भी चुप नहीं बैठेगा. यह पहली बार था, जब दो परमाणु शक्ति सम्पन्न देश युद्ध की कगार पर खड़े थे.
जैसे-जैसे दुनिया में अस्थिरता बढ़ रही है, कई मोर्चों पर जंग भी बढ़ती जा रही है. एक तरफ रूस बीते तीन साल से यूक्रेन के साथ युद्ध में उलझा हुआ है तो हमास की ओर से इजराइल पर हमले के बाद मिडिल ईस्ट में भी तनाव देखने को मिला. इसके बाद भारत और पाकिस्तान का संघर्ष. इन सभी सैन्य संघर्षों में एक बात कॉमन रही, वह है परमाणु हथियारों पर चर्चा. परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कब होगा और यह कितना भयानक होगा, यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन इंसानों ने इस तबाही से बचने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. दुनिया के कई देश अपने नागरिकों को परमाणु हमले से बचाने के लिए न्यूक्लियर बंकर बना रहे हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में न्यूक्लियर बंकर कहां मिलते हैं और इनकी कीमत क्या है?
सीक्रेट तरीके से हो रहा काम
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया गया है कि दिल्ली-एनसीआर में कई बिल्डरों ने हाई राइज बिल्डिंगों के नीचे न्यूक्लियर बंकर बनाने शुरू कर दिए हैं. हालांकि, यह काम बहुत ही सीक्रेट तरीके से हो रहा है और जरूरत के हिसाब से बंकर बनाए जा रहे हैं. आज दिल्ली में कई बिल्डिंग ऐसी हैं, जिनके नीचे बंकर बनाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं कई कंपनियां ऐसी भी हैं जो युद्ध के दौरान लोगों को सुरक्षित रखने के लिए घरों में बंकर बनाने की सुविधा दे रही हैं.
नहीं होगा किसी भी तरह के रेडिएशन का खतरा
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दिल्ली-NCR में कई ऐसी कंपनियां हैं, जो अंडरग्राउंड CBRN बंकर बना रही हैं. CBRN का मतलब केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर बंकर से है. दावा किया जा रहा है कि अगर दुनिया भी खत्म होने की कगार पर आ गई, तब भी इन बंकरों में मौजूद लोग सुरक्षित रहेंगे. इन बंकरों को लोगों की जरूरत के हिसाब से बनाया जा रहा है. बहुत से बंकर ऐसे हैं, जिनमें दो एडल्ट और एक बच्चा एक महीने तक रह सकता है. अगर किसी को इससे भी बड़ा बंकर चाहिए, तो कंपनियां वह भी बनाने के लिए तैयार हैं. इन बंकरों में एक महीने तक पानी और खाने का सामान भी स्टोर करने की सुविधा है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि दिल्ली-NCR में ऐसे बंकर सवा से 10 करोड़ रुपये तक तैयार किए जा रहे हैं?
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