जाने कौन सी है भारत की 10 सबसे विशाल और फेमस प्रतिमाएं, क्या है इनमें खास
भारत में कई विशाल प्रतिमाएं हैं जो न सिर्फ धार्मिक आस्था बल्कि देश की कला और कौशल को भी दर्शाती है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से लेकर तिरुवल्लुवर प्रतिमा तक ये सभी पर्यटकों और के आकर्षण का बड़ा केंद्र हैं.

भारत अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. यहां मंदिरों और ऐतिहासिक स्मारकों के साथ-साथ विशाल प्रतिमाएं भी लोगों को आकर्षित करती हैं. यह मूर्तियां न सिर्फ आस्था का प्रतीक हैं बल्कि देश की कला और स्थापत्य कौशल को भी दर्शाती हैं. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताएंगे भारत की 10 सबसे ऊंची और मशहूर प्रतिमाओं के बारे में.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी- गुजरात
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित है.182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है. इसे मशहूर मूर्तिकार राम वी सुतार ने डिजाइन किया था. यहां से पर्यटक सरदार सरोवर डैम का भी नजार देख सकते हैं.
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ- राजस्थान
राजस्थान के नाथद्वारा में स्थित स्टैच्यू ऑफ बिलीफ भगवान शिव की प्रतिमा है. 112 मीटर ऊंची यह मूर्ति 2019 में बनकर तैयार हुई थी. इसे मूर्तिकार नरेश कुमावत ने डिजाइन किया था और यह शिव की सबसे ऊंची मूर्तियां में गिनी जाती है.
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी- तेलंगाना
हैदराबाद के पास रंगा रेड्डी जिले में स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी स्थित है. 66 मीटर ऊंची यह प्रतिमा 11वीं सदी के वैष्णव संत रामानुजाचार्य को समर्पित हैं. इसे चिन्जीयर स्वामी ने बनवाया था और डीएनवी प्रसाद स्थापति ने डिजाइन किया था.
डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा- तेलंगाना
हैदराबाद के हुसैन सागर झील के पास 53 मीटर ऊंची डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित है. इसे भी राम वी सुतार और उनके बेटे अनिल राम सुतार ने तैयार किया था. यह प्रतिमा 2023 में अंबेडकर जयंती के मौके पर लोगों के लिए खोली गई थी.
भगवान हनुमान की प्रतिमा-आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के मंडपम में वंशधारा नदी किनारे बनी भगवान हनुमान की विशाल प्रतिमा 52 मीटर ऊंची है. यह देश की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमाओं में से एक मानी जाती है.
पंचमुखी हनुमान प्रतिमा-कर्नाटक
कर्नाटक के विद्यानगर में बनी पंचमुखी हनुमान प्रतिमा 49 मीटर ऊंची है. सुनहरे रंग से सजी इस मूर्ति में हनुमान के पांच रूप है. हयग्रीव, नरसिंह, गरुड़, वराह और हनुमान इस प्रतिमा में दिखाई देते हैं.
मुत्थुमलाई मुरुगन प्रतिमा- तमिलनाडु
तमिलनाडु के सेलम जिले में स्थित मुत्थुमलाई मुरुगन प्रतिमा भगवान मुरुगन को समर्पित है. यह प्रतिमा 44.5 मीटर ऊंची है और 2022 में बनकर तैयार हुई थी. इसे दुनिया सबसे ऊंची मुरुगन प्रतिमा भी माना जाता है.
मां वैष्णो देवी प्रतिमा- उत्तर प्रदेश
वृंदावन में बनी 43 मीटर ऊंची मां वैष्णो देवी प्रतिमा श्रद्धालुओं का प्रमुख आकर्षण है. इसे 2010 में स्थापित किया गया था. लाल रंग की साड़ी और हाथों में अस्त्र शस्त्र लिए मां वैष्णो देवी का भव्य स्वरूप यहां देखा जा सकता है.
वीर अभय अंजनेया हनुमान स्वामी- आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के परिताला गांव में अभय अंजनेया हनुमान स्वामी की प्रतिमा स्थित है. यह प्रतिमा 41 मीटर ऊंची है. यह मूर्ति 2003 में बनकर तैयार हुई थी और आज भी भक्तों के बीच खास लोकप्रियता रखती है.
तिरुवल्लूर प्रतिमा- तमिलनाडु
कन्याकुमारी में स्थित तिरुवल्लूर प्रतिमा 41 मीटर ऊंची है. यह प्रतिमा तमिल कवि और दार्शनिक में तिरुवनलूर को समर्पित है. समुद्र किनारे चट्टान पर खड़ी यह मूर्ति पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है.
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