श्रेयस अय्यर से कितनी ज्यादा फीस लेते हैं शुभमन गिल, क्या कैप्टन और वाइस कैप्टन को अलग-अलग सैलरी देता है BCCI?
Shreyas Iyer vs Shubman Gill Fees: कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान श्रेयस अय्यर मैदान पर टीम इंडिया के लिए साथ खेलते हैं, लेकिन क्या दोनों की सैलरी में फर्क है? चलिए जानते हैं.

टीम इंडिया इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रही है, जहां कप्तान शुभमन गिल पहली बार वनडे टीम की कमान संभाल रहे हैं. सीरीज का मोड़ अब निर्णायक स्थिति में है, और गिल पर दबाव भी बढ़ा है. दूसरी ओर श्रेयस अय्यर, जो उपकप्तान की भूमिका निभा रहे हैं, हाल ही में रोहित शर्मा के साथ स्टंप माइक पर हुई बातचीत के चलते चर्चा में हैं. लेकिन मैदान के बाहर चर्चा इस बात की है कि आखिर दोनों खिलाड़ियों की कमाई में कितना अंतर है, और क्या बीसीसीआई कप्तान और उपकप्तान को अलग सैलरी देता है?
शुभमन गिल की कुल कमाई
शुभमन गिल आज भारतीय क्रिकेट के सबसे चर्चित युवा चेहरों में से एक हैं. आईपीएल 2025 में वे गुजरात टाइटंस की कप्तानी कर रहे हैं और उनकी फ्रेंचाइजी सैलरी 16.5 करोड़ रुपये है. बीसीसीआई के अनुबंध के तहत वे ग्रेड B में आते हैं, जिससे उन्हें सालाना 3 करोड़ रुपये की फिक्स सैलरी मिलती है.
मैच फीस की बात करें तो गिल को हर टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये, वनडे के लिए 6 लाख रुपये और टी20 के लिए 3 लाख रुपये मिलते हैं. इसके अलावा उनकी ब्रांड वैल्यू भी शानदार है, रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे एंडोर्समेंट्स से सालाना 6 से 8 करोड़ रुपये तक कमाते हैं. यानी कुल मिलाकर गिल की वार्षिक इनकम लगभग 25 करोड़ रुपये के आसपास हो सकती है.
श्रेयस अय्यर की कमाई
वहीं श्रेयस अय्यर, जिन्हें हाल ही में पंजाब किंग्स ने 26.75 करोड़ में खरीदा है, आईपीएल में गिल से ज्यादा फीस पाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. हालांकि, बीसीसीआई अनुबंध के लिहाज से वे भी गिल की तरह ग्रेड B में आते हैं और उन्हें भी 3 करोड़ रुपये का सालाना भुगतान होता है.
मैच फीस भी बिल्कुल समान है, टेस्ट के लिए 15 लाख रुपये, वनडे के लिए 6 लाख रुपये, और टी20 के लिए 3 लाख रुपये प्रति मैच मिलती है. यानी बोर्ड के नजरिए से दोनों खिलाड़ियों की इनकम समान है, फर्क सिर्फ उनके आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट और ब्रांड डील्स से आता है.
क्या कैप्टन और वाइस कैप्टन की सैलरी अलग होती है?
बीसीसीआई का सैलरी स्ट्रक्चर पूरी तरह ग्रेडिंग सिस्टम पर आधारित है, खिलाड़ी के पद से उसका कोई लेना-देना नहीं होता है. यानी कैप्टन या वाइस कैप्टन को सिर्फ इसलिए कोई एक्स्ट्रा पैसा नहीं दिया जाता है कि वे लीडर हैं. वर्तमान में बीसीसीआई खिलाड़ियों को चार ग्रेड में बांटता है- A+, A, B, और C.
जिसमें से ग्रेड A+ खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रुपये, ग्रेड A को 5 करोड़ रुपये, ग्रेड B को 3 करोड़ रुपये और ग्रेड C को 1 करोड़ रुपये दिए जाते हैं. इसलिए अगर कोई खिलाड़ी कप्तान है, लेकिन ग्रेड B में है, तो उसे ग्रेड A+ खिलाड़ी से कम सैलरी मिलेगी. फर्क सिर्फ प्रदर्शन और स्थिरता से तय होता है, न कि कप्तानी से.
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