इस मुगल ने कर दिया था अपनी 63 बीवियों का कत्ल, फिर शिवाजी के हाथों मिली थी मौत
Mughal Ruler Who Killed By Shivaji: मुगल शासकों के कई किस्से इतिहास में दफन हैं. ऐसा ही एक किस्सा मुगल शासक का है, जो कि शिवाजी को धोखे से मारना चाहता था. बाद में शिवाजी ने ही उसको मौत के घाट उतारा.

मुगलों के इतिहास में आपने अपने ही परिवारों के बीच सत्ता को लेकर खूनी रंजिशों की कहानियां तो खूब सुनी होंगी. मुगलों में कई ऐसे राजा रहे हैं, जिन्होंने गद्दी के लिए अपने पिता और भाई तक का खून बहा दिया है. लेकिन एक ऐसा खूंखार और जालिम मुगल शासक भी रहा है, जिसने एकसाथ अपनी 63 बीवियों का कत्ल कर दिया था. इस शासक ने अपनी पत्नियों को जिस वजह से मारा था, वह सच में बहुत हैरान करने वाली थी. हालांकि बाद में मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज ने उसको पेट चीरकर मौत के घाट उतार दिया था.
शिवाजी को मारने निकला था अफजल खान
कर्नाटक के बीजापुर से करीब 5 किलोमीटर दूर एक उजाड़ स्थल पर पांच एकड़ में कब्रगाह फैली है. इसका नाम है साठ कब्र. इसको लेकर ऐसी कहानियां प्रचलित हैं कि ये कब्रें आदिलशाही सल्तनत के सेनापति अफजल खान की 63 पत्नियों की हैं, जिसने उनकी हत्या के बाद ये कब्रें बनवाई थीं. मुगलकाल में औरंगजेब और शिवाजी के बीच लगातार युद्ध जारी थे. तभी आदिलशाह द्वितीय ने अपने सेनापति अफजल खान को शिवाजी पर हमले के आदेश दे दिए. अफजल खान बीजापुर की आदिलशाही हुकूमत का सबसे बड़ा लड़ाका माना जाता था. वह युद्ध जीतने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता था.
युद्ध में जाने से पहले अपनी कब्र बनवा रहा था अफजल
अफजल खान चाहता था कि वह छल से शिवाजी को मार दे, तभी उसने शिवाजी को प्रतापगढ़ के पास मिलने के लिए कहा. दोनों की मुलाकात का स्थान तय हो गया. बीबीसी की मानें तो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के हेनरी कजिन्स की मानें तो इस युद्ध में जाने से पहले ज्योतिषियों ने अफजल खान को कहा था कि वो युद्ध से जीवित नहीं लौटेंगे. कजिन्स की किताब बीजापुर: द ओल्ड कैपिटल ऑफ द आदिल शाही किंग्स में लिखा है कि अफजल खान भविष्यवाणी पर इतना भरोसा करता था कि वो इन्हीं के अनुसार काम करता था. इस किताब में लिखा है कि अफजल खान अपने महल के पास खुद की कब्र और महल का निर्माण करा रहा था. वह ज्योतिषियों की भविष्यवाणी से इतना प्रभावित हुआ था कि कब्र के पत्थर पर अपनी मौत की तारीख के रूप में अपने जाने का साल तक दर्ज करा दिया था.
अफजल ने इसलिए अपनी 63 बीवियों को मारा
जब अफजल खान, शिवाजी से मिलने जा रहा था, तब वो और उसके साथ यही सोचकर निकले थे कि अब दोबारा नहीं लौटेंगे. इसीलिए अफजल खान ने अपनी 63 बीवियों को मारने का फैसला किया था. इस किताब में है कि उसने अपनी सभी पत्नियों को कुएं में डुबोकर मारने का फैसला किया. उसने सभी को एक-एक करके कुएं में धकेल दिया ताकि उसकी पत्नियां बाद में किसी और के हाथ न आ सकें. बीजापुर में जो कब्रगाह बना हुआ है, वो इन्हीं 63 महिलाओं का बताया जाता है.
शिवाजी को धोखे से मारना चाहता था अफजल
जब अफजल खान शिवाजी महाराज से मिलने के लिए प्रतापगढ़ के पास शामियाने में गया और उनसे गले मिलने लगा. इस दौरान अफजल खान के हाथों में चाकू था और वह इसे शिवाजी के पीठ में घोंपना चाहता था. शिवाजी ने सतर्कता बरतते हुए उसका पेट बाघनख से चीर दिया. दरअसल शिवाजी महाराज को पता था कि अफजल खान धोखा देने वाला है, इसीलिए वो पहले ही हाथों में बाघनख पहने हुए थे. जब अफजल खान ने शामियाने से भागने की कोशिश की तो शिवाजी ने उसको दौड़कर पकड़ा और उसे मार डाला और उसका सिर काटकर मां जीजाबाई के पास ले गए थे. लेकिन बाद में मुस्लिम परंपरा के अनुसार उसका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया था. शिवाजी द्वारा उसकी बनवाई कब्र आज भी प्रतापगढ़ में है.
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