IPL 2026: अपनी टीम 'कोलकाता नाइट राइडर्स' से मोटी कमाई करते हैं शाहरुख खान, जानिए कितना होता है फायदा?
IPL 2026 Auction: आईपीएल 2026 के लिए 10 टीमें तैयार हो चुकी हैं. 16 दिसंबर को ऑक्शन हुई थी. जिसमें टीमों ने अपने खिलाड़ी खरीद लिए हैं औऱ अब फैंस को बस आईपीएल के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है.

आईपीएल का फैंस को हमेशा से इंतजार रहता है. अब आईपीएल 2026 की तैयारियां शुरू हो गई हैं. 16 दिसंबर को अबु धाबी में नीलामी रखी गई थी.जहां पर टीम्स से अपने प्लेयर खरीदकर स्वाक्ड तैयार कर लिया है. शाहरुख खान ने भी अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स तैयार कर ली है. उन्होंने इस मिनि ऑक्शन में सबसे महंगे खिलाड़ी को खरीद लिया है. केकेआर ने कैमरून ग्रीन को 25.20 करोड़ की बोली लगाकर खरीदा है. टीम खरीदने में शाहरुख खान मोटा पैसा खर्च करते हैं. आइए आपको बताते हैं उन्हें एक आईपीएल सीजन से कितना फायदा होता है.
शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने 2024 की ट्रॉफी अपने नाम की थ. इसके बाद से किंग खान की नेटवर्थ में भी काफी इजाफा देखने को मिला है. एक्टर फिल्मों के साथ आईपीएल से भी अच्छी कमाई करते हैं.
कितना होता है शाहरुख को फायदा
शाहरुख खान अपनी टीम बनाने में मोटा पैसा खर्च करते हैं जिसका फायदा उन्हें बाद में होता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीएल की हर टीम को बीसीसीआई की ओर से टीवी टेलिकास्ट और स्पॉन्सरशिप से होने वाली कमाई का कुछ शेयर मिलता है. इसके अलावा ब्रांड एंडोर्समेंट, मैच फीस, फ्रेंचाइजी फीस, प्राइज मनी और बीसीसीआई के इवेंट रिवेन्यू से भी शाहरुख को पैसा मिलता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक वो हर साल आईपीएल से 250-270 करोड़ कमा लेते हैं. जिसमें से वो अपनी टीम पर करीब 100 करोड़ खर्च भी करते हैं. इसके बाद शाहरुख को 150-170 करोड़ का हर सीजन में फायदा होता है.
कोलकाता नाइट राइडर्स में शाहरुख खान की पार्टनर जूही चावला और उनके पति जय मेहता है. शाहरुख की टीम में 55 परसेंट की हिस्सेदारी है तो इस हिसाब से वो एक सीजन से 80 करोड़ के करीब कमा लेते हैं.
बढ़ गई है शाहरुख की नेटवर्थ
बीते 2 सालों में शाहरुख खान की नेटवर्थ में बड़ा उछाल देखने को मिला है. हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 के मुताबिक शाहरुख की नेटवर्थ 12,490 करोड़ है. वो बॉलीवुड के सबसे अमीर एक्टर बन चुके हैं. 2024 में आई लिस्ट में शाहरुख खान की नेटवर्थ 7300 करोड़ बताई गई थी जो अब काफी बढ़ चुकी है. 1 साल में ही 5000 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई है.
Source: IOCL






















