गिरगिट की तरह रंग बदलने की कहावत तो सुनी होगी, जानें एक दिन में कितनी बार रंग बदलता है गिरगिट?
आम तौर पर लोग यही मानते हैं कि गिरगिट अपने चारों ओर के माहौल के मुताबिक रंग बदल लेता है, जैसे हरे पत्तों के पास हरा, लकड़ी के पास भूरा या किसी पत्थर के पास काला.

हम सभी ने बचपन से गिरगिट की तरह रंग बदलना वाली कहावत सुनी है, अक्सर यह कहावत उन लोगों के लिए कही जाती है जो हालात के हिसाब से बार-बार अपना व्यवहार या राय बदलते हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि क्या गिरगिट सच में रंग बदलता है और अगर बदलता है, तो ऐसा एक दिन में कितनी बार होता है. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि गिरगिट का रंग बदलना सिर्फ एक कहावत नहीं है, बल्कि इसके पीछे क्या कारण है और गिरगिट एक दिन में कितनी बार रंग बदलता है.
क्या गिरगिट सच में रंग बदलता है?
आम तौर पर लोग यही मानते हैं कि गिरगिट अपने चारों ओर के माहौल के मुताबिक रंग बदल लेता है, जैसे हरे पत्तों के पास हरा, लकड़ी के पास भूरा या किसी पत्थर के पास काला, लेकिन गिरगिट की स्किन ट्रांसपेरेंट होती है. इसके ठीक नीचे रंगों से भरी पिगमेंट कोशिकाएं होती हैं, जिनमें मुख्य रूप से पीले, लाल और काले रंग के दाने होते हैं. इन कोशिकाओं के अलावा गिरगिट की स्किन में फोटोनिक क्रिस्टल्स की एक खास परत होती है, जो लाइट के रिफलेक्शन से गिरगिट के रंग को बदलती हुई दिखाई देती है. इसका मतलब ये है कि गिरगिट रंग नहीं बदलता, बल्कि उसकी स्किन का स्ट्रक्चर इस तरह का होता है कि अलग-अलग कंडीशन में वो अलग-अलग रंग दिखाई देता है.
गिरगिट रंग क्यों बदलता है?
गिरगिट का रंग बदलना सिर्फ कहावत तक सीमित नहीं है. जब मौसम गर्म होता है, और सूरज की तेज रोशनी गिरती है, तो गिरगिट काला हो जाता है ताकि वो गर्मी सोख सके. वहीं, अंधेरे या ठंडे माहौल में उसका रंग हरा या हल्का हो जाता है ताकि वो गर्मी बनाए रख सके. इसके अलावा नेचर ने गिरगिट को यह अनोखा प्रोसेस अपनी रक्षा के लिए दी है. जब कोई शिकारी उसके पास होता है, तो वो अपने आस-पास के रंग में खुद को छुपा लेता है, ताकि नजर न आए. यही वह शिकार पकड़ने में भी यूज करता है, ताकि शिकार को पता न चले कि गिरगिट पास ही है. वहीं वैज्ञानिक मानते हैं कि गिरगिट रंग बदलकर एक-दूसरे से बात भी करते हैं यानी गिरगिट अपना मूड, गुस्सा या डर दूसरे गिरगिटों को रंग के जरिए दिखाता है.
गिरगिट एक दिन में कितनी बार रंग बदलता है?
गिरगिट का रंग बदलना परिस्थितियों पर निर्भर करता है जैसे माहौल, तापमान, रोशनी, खतरा, भावनाएं आदि. लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि गिरगिट दिनभर में कई बार रंग बदल सकता है, और कुछ प्रजातियां तो हर कुछ मिनट में भी रंग बदल सकती हैं यानी यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















