क्या जानवरों की भी होती है किडनी फेल और आता है हार्ट अटैक, इंसानों से कितना अलग होता है इनका सिस्टम?
इंसानों और जानवरों के शरीर का सिस्टम काफी हद तक एक जैसा ही होता है. हमारे और जानवरों के दिल, किडनी, फेफड़े, लिवर जैसी ज्यादातर चीजें एक जैसे ही काम करती हैं.

क्या आप जानते हैं कि जानवर भी हमारी तरह ही बीमार पड़ते हैं? उन्हें इंसानों जैसी हार्ट अटैक या किडनी फेल होने जैसी गंभीर समस्याएं होती हैं. दरअसल, इंसानों और जानवरों के शरीर का सिस्टम काफी हद तक एक जैसा होता है. हमारे और जानवरों के दिल, किडनी, फेफड़े, लिवर जैसी ज्यादातर चीजें कर तरह से ही काम करती हैं. अंतर बस इतना है कि इंसान बोलकर अपनी परेशानी बता सकता है, जबकि जानवर तकलीफ में भी चुपचाप रहते हैं.
यही सबसे बड़ा कारण है कि अक्सर जानवरों की बीमारी पकड़ में ही नहीं आती, जब तक हालत बहुत न बिगड़ जाए. ऐसे में चलिए जानते हैं कि क्या जानवरों की भी किडनी फेल होती है और हार्ट अटैक आता है, साथ ही जाने हैं कि इनका सिस्टम इंसानों से कितना अलग होता है.
जानवरों की किडनी भी होती है फेल?
किडनी यानी गुर्दे शरीर के सबसे जरूरी पार्ट में से एक हैं. इंसानों की तरह जानवरों की किडनी भी कई काम करती है. जैसे शरीर से गंदगी और अपशिष्ट पदार्थ निकालना, पानी का संतुलन बनाए रखना, खून में नमक का लेवल सही रखना और कुछ जरूरी हार्मोन बनाना, जब ये किडनी ठीक से काम नहीं करतीं तो उसे किडनी फेल होना या क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) कहते हैं. ऐसे में जानवरों की किडनी की बीमारी के शुरुआती लक्षण अक्सर मामूली होते हैं, लेकिन ध्यान न देने पर धीरे-धीरे गंभीर रूप ले सकते हैं. जैसे बहुत ज्यादा प्यास लगना और बार-बार पेशाब आना, भूख कम लगना, धीरे-धीरे वजन कम होना, सुस्ती, उल्टी या दस्त. जिसके कारण जानवरों की किडनी फेल भी हो सकती है. जानवरों में किडनी की बीमारी कई कारणों से हो सकती है. जैसे, इंसानों में उम्र बढ़ने पर अंग कमजोर होते हैं, वैसा ही जानवरों में भी होता है. कुछ नस्लों में यह समस्या बचपन से होती है, इसके अलावा इंफेक्शन या बैक्टीरिया, इसके कारण बैक्टीरिया खून में जाकर किडनी तक पहुंच सकते हैं.
क्या जानवरों को हार्ट अटैक होता है?
हार्ट, इंसान हो या जानवर हर किसी के शरीर का सबसे जरूरी पार्ट होता है. यह खून को पूरे शरीर में पंप करता है और शरीर की हर कोशिका को ऑक्सीजन देता है. अगर दिल काम करना बंद कर दे तो जानवर भी गंभीर स्थिति में पहुंच सकता है. इंसानों में हार्ट अटैक अक्सर कोरोनरी आर्टरी ब्लॉक होने से होता है. जानवरों में भी ऐसी ही समस्या हो सकती है, लेकिन उसका रूप थोड़ा अलग होता है. जानवर अक्सर बिना लक्षण के हार्ट डिजीज से पीड़ित होते हैं और कई बार उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है. जानवरों में Cardiomyopathy, Mitral Valve डिजीज, High Blood Pressure और जन्म के समय से मौजूद दिल की बीमारियां सबसे आम हैं.
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