प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद के पिता क्यों पढ़ते थे संस्कृत के श्लोक? जानकर हैरान रह जाएंगे आप
Professor Ali Khan Mahmudabad: प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद अपनी फेसबुक पोस्ट को लेकर चर्चा में आए और हरियाणा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. हालांकि अब उन्हें अंतरिम जमानत मिल चुकी है.

Professor Ali Khan Mahmudabad Father: ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर के लोगों ने भारतीय सेना की जमकर तारीफ की. हालांकि इस दौरान कई लोगों ने कुछ सवाल भी सरकार की तरफ उछाले, वहीं कुछ नेता तो अपनी हद पार कर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर कुछ भी कहने लगे. इसी बीच अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद ने भी फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा, जिसके कुछ ही दिन बाद उन्हें हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और फिलहाल उन्हें शर्तों के साथ अंतरिम जमानत मिल गई है. आज हम आपको प्रोफेसर खान के पिता के बारे में बताने जा रहे हैं...
महमूदाबाद के थे राजा
प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद कोई मामूली शख्स नहीं बल्कि महमूदाबाद के राजा के बेटे हैं. आज भी उनके पिता का नाम यूपी में खूब चलता है. राजा महमूदाबाद काफी सम्मानित शख्स थे और उनके लेक्चर भी काफी मशहूर हुआ करते थे. बताया जाता है कि वो विदेशों में भी लेक्चर देने जाते थे. इसके अलावा कई किताबें भी उन्होंने लिखी थीं. साथ ही पॉलिटिक्स से भी नाता जुड़ा रहा.
संस्कृत भाषा की जानकारी
प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद के पिता को कई विषयों की जानकारी थी. खासतौर पर उन्हें संस्कृत से काफी लगाव था और अपने भाषणों के दौरान वो संस्कृत के श्लोक पढ़ते थे. अक्सर उनके भाषणों की शुरुआत किसी श्लोक से होती थी. उन्हें गीता और पुराणों का भी काफी ज्ञान था. इसके अलावा वो 18 भाषाओं को जानते थे. यही वजह है कि जहां भी वो जाते थे, लोग उन्हें सम्मान के साथ देखते और उनका आदर करते थे.
किस मामले में फंसे प्रोफेसर महमूदाबाद?
प्रोफेसर महमूदाबाद ने ऑपरेशन सिंदूर के ठीक बाद फेसबुक पर एक पोस्ट किया था. जिसमें उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह का जिक्र करते हुए राइट विंग के लोगों को जमकर फटकार लगाई थी. साथ ही बुलडोजर एक्शन और लिंचिंग को लेकर भी बात की थी. इस पोस्ट को लेकर हरियाणा महिला आयोग की तरफ से शिकायत की गई और पुलिस ने तेजी दिखाते हुए प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया. बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने प्रोफेसर को अंतरिम जमानत दी. फिलहाल इस मामले में जांच के लिए एसआईटी बनाई जा रही है.
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Source: IOCL























