अमेरिका, रूस या चीन किसके पास है सबसे तगड़ा 5th जेनरेशन वाला फाइटर जेट, भारत में कहां तक पहुंचा इसका काम?
5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स स्टेल्थ टेक्नोलॉजी से लैस होते हैं, जो रडार से बचने में माहिर हैं. अमेरिका, रूस और चीन के पास ऐसे जेट हैं, लेकिन कौन सा सबसे ताकतवर? चलिए जानते हैं.

दुनिया के सबसे उन्नत हथियार 5th जेनेरेशन फाइटर जेट्स स्टेल्थ तकनीक, सुपरक्रूज क्षमता, एडवांस्ड सेंसर फ्यूजन और AI आधारित सिस्टम से लैस होते हैं, जो दुश्मन की रडार से बचकर हमला करने की ताकत देते हैं. दुनिया में सिर्फ तीन देशों अमेरिका, रूस और चीन के पास ये जेट्स ऑपरेशनल हैं. लेकिन सवाल ये है कि इनमें से किसका सबसे तगड़ा है और भारत का अपना 5th जेनेरेशन प्रोजेक्ट कहां तक पहुंचा है? चलिए जानते हैं.
अमेरिका का ताकतवर फाइटर जेट
सबसे पहले अमेरिका की बात करें तो अमेरिका के पास दो धांसू 5वीं जनरेशन जेट हैं. F-22 रैप्टर और F-35 लाइटनिंग II. F-22 2005 से सर्विस में है. ये हवा में राज करने वाला जेट है. ये अगर किसी ऑपरेशन में उतरता है तो दुश्मन के हवाई बेड़े के लिए तबाही तय होती है. इसका स्टेल्थ इतना जबरदस्त है कि इसे रडार से लगभग अदृश्य बनाती है. F-22 रैप्टर सिर्फ और सिर्फ अमेरिका की एयरफोर्स के पास ही है. यानि अमेरिका ने इसे किसी भी देश को नहीं बेचा है. F-35 2015 से आर्मी में है, ये मल्टी-रोल जेट है. हवा से हवा, जमीन पर हमला, सब कुछ. ये सेंसर फ्यूजन से लैस है, जो पायलट को दुश्मन की पूरी जानकारी देता है. ये जेट्स नेटवर्किंग से जुड़े रहते हैं, मतलब एक जेट दूसरे को डेटा भेज सकता है.
रूस का फाइटर जेट
रूस का Su-57 फेलन 2020 से सर्विस में है. रूस की कंपनी सुखोई द्वारा विकसित पांचवी पीढ़ी का मल्टी रोल फाइटर जेट है. ये ट्विन इंजन वाला जेट है, जो मच 2 स्पीड से उड़ता है. यह जेट हवा में लड़ाई, जमीन पर हमला और समुद्री लक्ष्यो पर स्ट्राइक के लिए बनाया गया है. लेकिन स्टेल्थ में ये अमेरिका से पीछे है. इसका रडार क्रॉस सेक्शन (RCS) बड़ा है, यानी रडार पर ज्यादा दिखता है.
चीन का फाइटर जेट
चीन का J-20 माइटी ड्रैगन 2017 से चालू है. ये भी ट्विन इंजन, मच 2 स्पीड वाला लॉन्ग-रेंज जेट है. इसकी बनावट कोण वाला फ्रेम और आंतरिक हथियार इसे रडार से बचाने में मदद करते हैं. यह काफी हद तक अमेरिका के F-22 और F-35 जैसा दिखता है. चीन की ताकत संख्या और रेंज में है, लेकिन क्वालिटी में अमेरिका आगे.
सबसे ताकतवर कौन
वर्तमान में अमेरिका के पास F-22 और F-35, रूस के पास Su-57 और चीन के पास J-20 है. इनमें से अमेरिका के F-22 रैप्टर को कभी सबसे घातक फाइटर कहा जाता था. लेकिन अमेरिका का F-35 आज की तारीख में सबसे आधुनिक और सबसे महंगा लड़ाकू विमान है, जिसकी लागत 1.7 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा आंकी गई है.
भारत में कहां तक पहुंचा
भारत ने AMCA (एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) 5वीं जनरेशन के एयरक्राफ्ट को स्वदेश में ही डिजाइन और विकसित करने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है. DRDO की ADA डिजाइन कर रही है. इसमें एक सिंगल सीट, ट्विन इंजन, लड़ाकू विमान होगा. जिसमं एडवांस्ड स्टेल्थ कोटिंग्स और इंटरनल वेपन बे होंगे जैसे अमेरिकी और रूसी विमान में हैं. वर्तमान में भारत के पास सुखोई-30 MKI हैं, लेकिन AMCA पांचवीं जेन का होने से दुश्मन के स्टेल्थ विमानों का मुकाबला कर सकेगा. यह स्वदेशी होने से मेंटेनेंस आसान और लागत कम होगी. 15 हजार करोड़ लागत वाले इस प्रोजेक्ट को 2035 तक डिलीवर होने की उम्मीद है.
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Source: IOCL






















