क्या आप जानते हैं कि 'बालिका वधु' से पहले शशांक व्यास उर्फ 'जग्या' ने दिए थे 285 ऑडिशन
एक्टर, शशांक व्यास (Shashank Vyas), जो प्रत्यूषा बनर्जी, अनूप सोनी, सुरेखा सिकरी के साथ पॉपुलर टीवी शो 'बालिका वधु' (Balika Vadhu) में 'जग्या' के किरदार को लेकर काफी मशहूर हुए.

एक्टर, शशांक व्यास (Shashank Vyas), जो प्रत्यूषा बनर्जी, अनूप सोनी, सुरेखा सिकरी के साथ पॉपुलर टीवी शो 'बालिका वधु' (Balika Vadhu) में 'जग्या' के किरदार को लेकर काफी मशहूर हुए. इस सीरियल में काम करने के बाद शशांक घर-घर में सबसे चहेते बन गए. आज टीवी की दुनिया का जाना-माना नाम बन चुके शशांक व्यास कभी अपने करियर को लेकर काफी संघर्ष कर रहे थे. जब साल 2009 में शशांक एक्टर बनने के लिए मुंबई आए थे उस वक्त उन्होंने काम के लिए काफी धक्के खाए थे.
View this post on Instagram
शशांक ने इस बारे में बात करते हुए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि- 'मैंने लगभग 285 ऑडिशन दिए या शायद उससे भी ज्यादा, उसके बाद मुझे 'बालिका वधु' में काम करने का मौका मिला. मैं साल 2009 में मुंबई आया था. मुंबई आकर में हर रोज बहुत से ऑडिशन देता था. 'बालिका वधु' के निर्माताओं ने मेरी तस्वीरों को देखने के बाद ऑडिशन के लिए बुलाया. कई बार लुक टेस्ट होने के बाद कुछ चीजें ठीक नहीं बैठ रही थीं. हालांकि उन्होंने मुझसे कॉन्ट्रेक्ट साइन करवा लिया लेकिन उसके बाद भी10 दिनों तक किसी का फोन नहीं आया.'
View this post on Instagram
इसके बाद शशांक ने आगे बताते हुए कहा- 'मैंने उस व्यक्ति से पूछा जो मुझे कास्टिंग के लिए ले गया था कि, ठीक है भाई मैं एक स्ट्रग्लर हूं और मुझे पैसे की जरूरत है. मैं ऑडिशन देता हूं और चला जाता हूं, कुछ काम तो हो नहीं रहा.' हालांकि कुछ दिनों बाद ही उन्हें 'बालिका वधू' में 'जग्या' का किरदार मिल गया था. इस किरदार को निभाने के बाद शशांकन ने अपने जीवन में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
View this post on Instagram
वहीं हाल ही में शशांक व्यास ने आईपीएल 2020 (IPL 2020) रखने के फैसले पर सरकार से सवाल किया उन्होंने कहा, 'मेरा सिर्फ एक सवाल है, क्या इस साल आईपीएल होना इतना जरूरी था? हम पिछले कुछ महीनों से कठिन समय से गुजरे हैं?" इतने सारे जीवन खो गए थे, जीडीपी सिकुड़ गई है, अर्थव्यवस्था इतनी बुरी तरह से प्रभावित हुई है, बेरोजगारी बढ़ गई है. कोविड़-19 के मामले दिन पर दिन बढ़ रहे हैं, हम चीन के साथ युद्ध लड़ने के कगार पर हैं. ऐसे कई मुद्दे हैं जिन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है. कोई भी इसके बारे में बात नहीं करता है, जैसे छोटे व्यवसायों को बंद कर दिया गया था, ऑनलाइन क्लॉसेस के साथ समस्याओं का सामना कर रहे छात्रों, आदि. लेकिन हम एक खेल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, क्या ये हमारी प्राथमिकता है?'
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





























