रिएक्शन: कादर खान के निधन पर स्मृति ईरानी ने कहा, उनसे कभी मिल नहीं पाई, मिलती तो ज़रूर कहती ‘शुक्रिया’
केंद्रीय मंत्री और टीवी अभिनेत्री रह चुकीं स्मृति ईरानी कादर खान के निधन से काफी दुखी हैं. उन्होंने ट्विटर पर अपने प्रतिक्रिया दी है.

मुंबई: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और संवाद लेखक कादर खान इस दुनिया को छोड़कर चले गए. कनाडा के वक्त के अनुसार कल शाम करीब 6 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली. 81 साल के कादर खान वहां के एक अस्पताल में करीब 15-16 दिनों से भर्ती थे. कादर खान के गुज़रने से देश में गम का माहौल है. हर कोई उनको याद कर रहा है. खास बॉलीवुड के सितारों को बड़ा सदमा लगा है, लेकिन कई राजनीतिक शख्सियत भी उनके जाने से दुखी है.
केंद्रीय मंत्री और टीवी अभिनेत्री रह चुकीं स्मृति ईरानी कादर खान के निधन से काफी दुखी हैं. उन्होंने ट्विटर पर अपने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कादर खान को याद करते हुए लिखा, “अगर आप उन बच्चों में से हैं जो 80 और 90 के दशक में हिंदी फिल्में देखा करते थे तो बहुत उम्मीद है कि आप कादर खान के जादू से वाबस्ता हुए हों. कभी उनसे मुलाकात करने का सौभाग्य तो नहीं मिला लेकिन अगर मैं कभी उनसे मिलती तो ये ज़रूर कहती ‘शक्रिया आप की कॉमेडी के लिए’, शुक्रिया आपके क्राफ्ट के लिए.”
If you were a late 80s-90s kid who watched Hindi films, chances are you encountered the magic of Kader Khan. Never had the privilege of meeting him but if I ever had I would say ‘ thank you for the laughter, thank you for your craft’ #RIPKaderKhan
— Smriti Z Irani (@smritiirani) January 1, 2019
300 से ज्यादा फिल्मों में किया अभिनय कादर खान बॉलीवुड में साल 1973 से हैं. उन्होंने फिल्म 'दाग़' से हिंदी सिनेमा में कदम रखा. इस दौरान उन्होंने अपने करियर में हर तरह की फिल्में की. विलेन, कॉमेडियन, गंभीर किरदार से लेकर अंधे तक का रोल उन्होंने बखूबी निभाया. उन्होंने अपने करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया और कई सुपरहिट फिल्मों के संवाद भी लिखे.
अफगानिस्तान में हुआ था जन्म आपको बता दें कि 22 अक्टूबर 1937 को कादर खान का जन्म अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था. कादर खान ने अपने बचपन में बहुत उतार चढ़ाव देखे थे. कादर खान के पिता ने उन्हें और उनकी मां को छोड़ दिया था और फिर उनकी जिंदगी में उनके सौतेले पिता आए.
इन सब के बीच में कादर खान और उनकी मां को गरीबी और जिंदगी की मुश्किलातों का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई. उन्होंने सिर्फ परदे पर ही नहीं, बल्कि परदे के पीछे भी काम किया है. वो एक बहुत अच्छे लेखक हैं और उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों के संवाद भी लिखे हैं.
Source: IOCL





















