बॉलीवुड में एक्टर की इमेज डिफाइन करने में यकीन रखता हूं : आयुष्मान
आयुष्मान को बॉलीवुड में एक तरह का फिल्मों में काम करने से डर नहीं लगता बल्कि वो एक्टर के इमेज को फिर से डिफाइन करने में यकीन रखते हैं. आयुष्मान को सोशल मैसेज देने वाली फिल्मों में एक्टिगं करने के लिए जाना जाता है.
मुंबई: फिल्म 'विक्की डोनर' में स्पर्म डोनर से 'शुभ मंगल सावधान' में नपुसंकता तक के अपने फिल्मी करियर में आयुष्मान खुराना लीग से हटकर फिल्में करने के लिए जाने जाते हैं. आयुष्मान को बॉलीवुड में एक तरह का फिल्मों में काम करने से डर नहीं लगता बल्कि वो एक्टर के इमेज को फिर से डिफाइन करने में यकीन रखते हैं. आयुष्मान को सोशल मैसेज देने वाली फिल्मों में एक्टिगं करने के लिए जाना जाता है.
आयुष्मान से जब पूछा गया कि वह मीडिल क्लास परिवार के जीवन में आने वाली प्रॉब्लम्स का सामना करने वाले रोल करके परेशान हैं, उन्होंने कहा, "नहीं, मैं ऐसा नहीं सोचता, इस तरह की फिल्मों में रोल करके वह ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचते हैं, जिसे दूसरों को करने में डर लगता है कि कहीं इस इमेज में न बंध जाएं."
आयुष्मान ने कहा, "मेरा मानना है कि आपको एक आदमी के तौर पर मुदित (शुभ मंगल सावधान) जैसा किरदार करने में डर नहीं लगना चाहिए, जिसकी प्रेमिका उसे एक प्रॉब्लम से गुजरने के बावजूद प्यार करती है."
आपको बता दें कि आयुष्मान ने 'नौटंकी साला', 'दम लगा के हइसा', 'मेरी प्यारी बिंदु', हाल ही में 'बरेली की बर्फी' में काम किया है. आयुष्मान का कहना है कि वह ऐस तरह के रोल करना चाहतें हैं जो लोगों से जुड़ी हुई हो.