तनिष्क के विज्ञापन में दिव्या दत्ता ने दी थी अपनी आवाज, वीडियो हटाए जाने से हुईं नाराज, बोलीं- देश की आत्मा है ये
बॉलीवुड एक्ट्रेस दिव्या दत्ता ने तनिष्क के एकत्व ज्वैलरी विज्ञापन को हटाने पर निराशा जताई है. दिव्या दत्ता ने इस विज्ञापन को अपनी आवाज दी थी. उन्होंने कहा कि ये विज्ञापन उनको काफी पसंद था. यह विज्ञापन भारत की संस्कृति को दर्शाता है.
तनिष्क का एकत्वम ज्वैलरी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस पर पूरे देश ने अपना पक्ष रख दिया. इस पर बॉलीवुड सेलेब्स के गुट बन गए. किसी ने इस विज्ञापन को भारतीय संस्कृति का हिस्सा बताया, तो किसी इसे लव जिहाद का नाम दिया. इतने विरोध के बाद कंपनी ने इस विज्ञापन को हटा लिया है. इस पर इस विज्ञापन में अपनी आवाज देने वाली एक्ट्रेस दिव्या दत्ता निराशा जताई और कहा कि कंपनी को इसे नहीं हटाना चाहिए था.
तनिष्क के 45 सेकंड के इस विज्ञापन में एक मुस्लिम परिवार एक दक्षिण भारतीय परंपरा से अपनी बहू की गोद भराई की रस्म निभा रहा है. इस वीडियो में बैकग्राउंड में आ रही आवाज को पहचान कर एक ट्विटर यूजर ने दिव्या दत्ता से पूछा की क्या ये आपकी आवाज है. इस पर दिव्या ने जवाब दिया,"हां, यह मेरी आवाज है. यह दुखद है कि इसे हटा दिया गया. मुझे पसंद था." वहीं एक और यूजर ने लिखा कि वह उनके खिलाफ नहीं है लेकिन गलत तो गलत है.
यहां देखिए दिव्या दत्ता का रिस्पांस-
बचपन में सुनते थे भिन्नता में एकताBut sir don’t we all promote brotherhood?? We as India are all about that. That’s our soul sir. Unity in diversity bachpan mein sunte the. Aise to kitne ads hote the. Koi kuch nai kehta tha.. par chalein sabke apne vichar! ????????????????
— Divya Dutta (@divyadutta25) October 13, 2020
दिव्या ने इस यूजर के कमेंट पर रिएक्ट किया. उन्होंने लिखा,"लेकिन सर क्या हम भाईचारे को बढ़ावा नहीं दे सकते?? हम सभी लोग भारतीय हैं. यह हमारी आत्मा है. भिन्नता में एकता है, बचपन में सुनते थे. ऐसे तो कितने विज्ञापन होते थे. कोई कुछ नहीं कहता था... पर चलें सबके अपने विचार."
— Tanishq (@TanishqJewelry) October 13, 2020
तनिष्क ने जारी किया बयान
विवाद बढ़ता देख तनिष्क ने अपना विज्ञापन हटाया और एक बयान जारी किया. बयान में कहा गया,"ध्यान रखते हुए... अपने कर्मचारियों, पार्टनर्स और स्टोर स्टाफ की सलामती." बयान में कहा गया,"एकत्वम कैंपेन के पीछे का विचार चुनौतियों के इस दौर मेंअलग संस्कृति, स्थानीय संस्कृति और परिवार के लोगों और अकेले रहने वालों को एक साथ लाने के लिए सेलिब्रेट करने था."
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