बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन के साथ काम करना हर एक्टर का सपना होता है, लेकिन एक एक्टर के लिए यह सपना उनके करियर के लिए बड़ी चुनौती बन गया. इसके चलते उन्हें लंबे समय तक बेरोजगारी का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं उनके साथ से कई बड़ी फिल्में भी निकल गई थीं. हम बात कर रहे हैं एक्टर पुनीत इस्सर की, जिनके करियर पर 1982 में फिल्म 'कुली' के सेट पर हुई एक दुर्घटना ने गहरा असर डाला. यह हादसा उनके फिल्मी सफर में एक बड़ा मोड़ साबित हुआ. इसके बाद उन्हें लंबे समय तक बेरोजगारी का सामना करना पड़ा और उनके हाथ से कई बड़ी फिल्में भी निकल गईं.
क्या था पुरा किस्सा
दरअसल 'कुली' के सेट पर एक एक्शन सीन के दौरान पुनीत को अमिताभ बच्चन पर मुक्का मारना था. गलत टाइमिंग की वजह से यह मुक्का असल में अमिताभ को लग गया. इससे अमिताभ बच्चन एक टेबल पर गिरे और उन्हें गंभीर चोट आई. उनकी हालत इतनी खराब हो गई कि उन्हें तुरंत सर्जरी करानी पड़ी. पूरे देश में उनके लिए दुआएं मांगी गईं. यह हादसा बॉलीवुड के इतिहास के सबसे डरावने और यादगार एपिसोड में से एक माना जाता है. इस घटना का सबसे बड़ा नुकसान पुनीत इस्सर को उठाना पड़ा.
छह साल तक नहीं मिला कोई काम
पुनीत ने एक डिजिटल इंटरव्यू में बताया कि इस हादसे के बाद उन्हें छह साल तक कोई काम नहीं मिला. लोग उन्हें 8वीं डिग्री ब्लैक बेल्ट होल्डर समझकर डरने लगे और उनके बारे में गलत धारणाएं बनाई गईं. हालांकि यह केवल एक दुर्घटना थी, लेकिन इंडस्ट्री के कई लोगों ने उन्हें गलत तरीके से जिम्मेदार ठहरा दिया. उनकी 10 फिल्में छिन गईं. पुनीत ने कहा, "मैं उस वक्त मुख्य खलनायक के रूप में साइन हो चुका था, लेकिन एक पल में सब बदल गया. लोग भूल गए कि मैं एक्टर्स स्टूडियो से गोल्ड मेडलिस्ट और प्रशिक्षित कलाकार था." उस समय पुनीत की उम्र मात्र 23 साल थी.
पुनीत ने एक डिजिटल इंटरव्यू में बताया कि इस हादसे के बाद उन्हें छह साल तक कोई काम नहीं मिला. लोग उन्हें 8वीं डिग्री ब्लैक बेल्ट होल्डर समझकर डरने लगे और उनके बारे में गलत धारणाएं बनाई गईं. हालांकि यह केवल एक दुर्घटना थी, लेकिन इंडस्ट्री के कई लोगों ने उन्हें गलत तरीके से जिम्मेदार ठहरा दिया. उनकी 10 फिल्में छिन गईं. पुनीत ने कहा, "मैं उस वक्त मुख्य खलनायक के रूप में साइन हो चुका था, लेकिन एक पल में सब बदल गया. लोग भूल गए कि मैं एक्टर्स स्टूडियो से गोल्ड मेडलिस्ट और प्रशिक्षित कलाकार था." उस समय पुनीत की उम्र मात्र 23 साल थी.
फिर से शुरू हुआ करियर
इसके बाद पुनीत इस्सर का करियर धीरे-धीरे नई भूमिकाओं और अवसरों के जरिए फिर से शुरू हुआ. उन्हें सबसे ज्यादा पहचान टीवी धारावाहिक ‘महाभारत’ (1988–1990) में दुर्योधन का रोल निभाकर मिली, जिसने उन्हें एक मजबूत स्क्रीन परफॉर्मर के रूप में स्थापित किया. इसके बाद उन्होंने अभिषेक बच्चन की डेब्यू फिल्म ‘रिफ्यूजी’, सलमान खान स्टारर ‘गरव: प्राइड एंड ऑनर’ (2004) का निर्देशन और फिल्म ‘सनम बेवफा’ में सलमान के साले का रोल किया. इसके अलावा, वह बिग बॉस में भी नजर आ चुके हैं. इन अनुभवों ने उन्हें फिर से अपनी पहचान बनाने में मदद की. हालांकि, इस हादसे के बाद पुनीत ने अमिताभ बच्चन के साथ दोबारा कभी काम नहीं किया.
इसके बाद पुनीत इस्सर का करियर धीरे-धीरे नई भूमिकाओं और अवसरों के जरिए फिर से शुरू हुआ. उन्हें सबसे ज्यादा पहचान टीवी धारावाहिक ‘महाभारत’ (1988–1990) में दुर्योधन का रोल निभाकर मिली, जिसने उन्हें एक मजबूत स्क्रीन परफॉर्मर के रूप में स्थापित किया. इसके बाद उन्होंने अभिषेक बच्चन की डेब्यू फिल्म ‘रिफ्यूजी’, सलमान खान स्टारर ‘गरव: प्राइड एंड ऑनर’ (2004) का निर्देशन और फिल्म ‘सनम बेवफा’ में सलमान के साले का रोल किया. इसके अलावा, वह बिग बॉस में भी नजर आ चुके हैं. इन अनुभवों ने उन्हें फिर से अपनी पहचान बनाने में मदद की. हालांकि, इस हादसे के बाद पुनीत ने अमिताभ बच्चन के साथ दोबारा कभी काम नहीं किया.























