मील वाउचर का लाभ ले रहे हैं तो कौन सा टैक्स स्लैब चुनना होगा बेहतर, यहां समझें
अब मील वाउचर पर कर्मचारियों को टैक्स छूट नहीं मिलेगी. यह नियम उन टैक्सपेयर्स पर लागू होगा,जिन्होंने इनकम टैक्स के नए स्लैब को चुना है.
नए स्लैब के तहत इनकम रिटर्न भरने वालों को कुछ फ्रिंज बेनिफिट से महरूम होना पड़ेगा. इसके तहत कई ऐसे लाभ मिलते हैं, जिन पर टैक्स छूट मिलती है. इनमें कंपनियों की ओर से दिए जाने वाला मील वाउचर भी शामिल हैं. लेकिन अब मील वाउचर पर कर्मचारियों को टैक्स छूट नहीं मिलेगी. यह नियम उन टैक्सपेयर्स पर लागू होगा,जिन्होंने इनकम टैक्स के नए स्लैब को चुना है. आइए देखते हैं कि मील वाउचर के हिसाब से कौन से टैक्स स्लैब आपके मुफीद बैठता है.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा है कि 115BAC के तहत मील वाउचर या कूपन पर मिलने वाली टैक्स छूट का फायदा अब कर्मचारियों को नहीं मिलेगा. नया नियम असेसमेंट ईयर 2021-22 से लागू होगा.
इनकम टैक्स नियम क्या कहते हैं?
इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि दफ्तर में कंपनी की तरफ से खाना मुहैया कराया जाना पर्सनल बेनिफिट है. यह ऑफिस के काम के लिए किया गया कोई खर्च नहीं है. लिहाजा नए स्लैब के तहत फ्री मील वाउचर पर दी जाने वाली टैक्स छूट खत्म कर दी गई है.
इन पर टैक्स छूट अभी भी जारी
हालांकि कुछ छूट सभी कर्मचारियों के लिए जारी रहेंगी. इनमें ऑफिस में मिलने वाला खाना और नॉन-अल्कोहल ड्रिंक की लागत पर मिलने वाली टैक्स छूट. दफ्तर में काम के दैरान मिलने वाली चाय और स्नैक्स पर टैक्स छूट. ऑफिस से बाहर दूरदराज के इलाकों में काम करने के दौरान मिलने वाला खाने-पीने पर टैक्स छूट.अगर मील वाउचर ऑफिस ड्यूटी के दौरान के हैं, तो आप नया टैक्स स्लैब चुन सकते हैं. लेकिन मील वाउचर के साथ ऑफिस ड्यूटी का कोई संबंध नहीं है तो सिर्फ मील वाउचर के आधार पर ही नए और पुराने टैक्स स्लैब में चुनना चाहते हैं तो पुराना टैक्स स्लैब ही ठीक रहेगा. इस समय एक मील पर 50 रुपये की टैक्स छूट मिलती है. आप अपनी जरूरत के हिसाब से टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं.
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