US Fed Reserve Meeting: फेड रिजर्व की मीटिंग पर टिकी पूरी दुनिया की नजर? इस बैठक में क्या होता है?
US Fed Reserve Meeting: फेड रिजर्व की बैठक आज और कल दो दिन के लिए आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें अमेरिकी अर्थव्यवस्था का भविष्य तय होता है, जिसका असर पूरी दुनिया की इकोनॉमी पर पड़ता है.

US Fed Reserve Meeting: फेड रिजर्व की बैठक आज से शुरू हो रही है. दो दिनी इस बैठक के नतीजे 17 सितंबर को आने वाले हैं, जिस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. इस बैठक में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं. इस बैठक में अमेरिकी अर्थव्यवस्था का भविष्य तय होता है, जिसका असर पूरी दुनिया की इकोनॉमी पर पड़ता है.
साल में आठ बार फेड रिजर्व कमेटी के इस दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया जाता है. इस दौरान कमेटी मेंबर्स फेड रिजर्व की बेंचमार्क फेडरल फंड रेट तय करते हैं, जो पूरी अर्थव्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण आंकड़ों में से है. इसका असर लोन पर दिए जाने वाले ब्याज दरों पर पड़ता है. इसका इस्तेमाल महंगाई को काबू में रखने के एक टूल के तौर पर भी किया जाता है.
FOMC क्या है?
आपको बता दें कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) अमेरिकी फेड रिजर्व की मॉनिटरी पॉलिसी बनाने वाली एक संस्था है. इसमें 12 मेंबर्स होते हैं. इनमें फेडरल रिजर्व सिस्टम के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सात सदस्य, फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ न्यूयॉर्क के प्रेसिडेंट और बाकी के चार रिजर्व बैंक के शेष 11 प्रेसिडेंट में से चार होते हैं. यह बैठक फेड रिर्जव के मार्टिन बिल्डिंग में होती है, जो वॉशिंगटन डीसी में स्थित है. यहां एक बड़ी चौकोर मेज के चारों ओर बैठकर इकोनॉमी से जुड़े फैसले लिए जाते हैं.
हर सदस्य को मिलता है मौका
FOMC मॉनिटरी पॉलिसी से जुड़े अपने फैसले के जरिए या तो ब्याज दरों में कमी लाकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देते हैं, जिससे महंगाई महंगाई बढ़ती है या फिर हाई इंटरेस्ट रेट के जरिए महंगाई को काबू में लाने की कोशिश की जाती है, जिससे अर्थव्यवस्था में मंदी आती है. बैठक में अधिक से अधिक रोजगार और कीमतों को स्थिर रखने पर भी फोकस किया जाता है. बैठक में FOMC के हर सदस्य को अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी बात रखने का मौका मिलता है. वैसे तो बोलने के लिए लगभग 10 मिनट का वक्त दिया जाता है, लेकिन कई डेढ़ घंटे या उससे भी ज्यादा का वक्त लग जाता है.
ब्याज दरों में कटौती की डिमांड
बैठक के अंत में काफी विचार-विमर्श के बाद FOMC एक बयान जारी जारी करता है, जिसमें अर्थव्यवस्था और उसके नीतिगत फैसलों के मूल्यांकन का सारांश होता है. एक नोट भी होता है, जिसमें यह बताया जाता है कि नीतिगत निर्णय कैसे लागू किया जाएगा और इसका पूरा ब्यौरा दिया जाता है.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि फेड रिजर्व इस बार 25 आधार अंकों की कटौती करेगा. इससे अमेरिका में महंगाई और बढ़ सकती है. हालांकि, रोजगार के आंकड़े ब्याज दरों में कटौती की मांग कर रहे हैं. अगस्त में अमेरिकी की बेरोजगारी 4.3 परसेंट तक पहुंच गई. इतना ही नई नौकरियों भी कम होकर महज 22,000 ही रह गई है.
हालांकि, महंगाई के मुद्दे पर भी टेंशन बना हुआ है क्योंकि अगस्त में अमेरिका का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) बढ़कर 2.9 परसेंट तक पहुंच गया. इसमें ट्रंप के टैरिफ के चलते और उछाल आने की संभावना है. ऐसे में एक्सपर्ट्स भी 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती उम्मीद नहीं कर रहे हैं. हालांकि, साल के आखिर तक 50–75 आधार अंकों की कटौती हो सकती है.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने इससे पहले 18 दिसंबर 2024 को ब्याज दरों में कटौती की थी. उस दौरान इसे 4.50 परसेंट-4.75 परसेंट से 4.25 परसेंट-4.50 परसेंट कर दिया गया था. अगर इस बार ब्याज दर में 25 आधार अंक की कटौती होती है, तो यह 4.00 परसेंट-4.25 परसेंट हो सकता है.
ये भी पढ़ें:
क्यों लास्ट मिनट में बढ़ाई गई आईटीआर फाइल करने की डेडलाइन? अब कब तक दाखिल कर सकेंगे टैक्स रिटर्न?
Source: IOCL






















