मई में भारतीय सर्विस सेक्टर में आयी मजबूती, 3 महीने में रिकॉर्ड हाई, नौकरियों में भी बढ़ी डिमांड
ट्रंप टैरिफ की चुनौतियों के बावजूद सबसे खास बात ये है निर्यात तीन वर्षों में उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. टैरिफ से बचने के लिए भारत अब अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर बातचीत कर रहा है.

India's Service Sector Growth: मई के महीने में भारत के सर्विस सेक्टर में जबरदस्त तेजी देखी गई है. एक प्राइवेट सर्वे की तरफ से चार जून को जारी किए गए डेटा के अनुसार देश में सर्विस सेक्टर में गतिविधियां रफ्तार पकड़ी है. एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स तीन महीने के हाई यानी 58.8 पर पहुंच गया है. पिछले महीने अप्रैल में सर्विसेज पीएमआई 58.7 थी.
हालांकि, देश के सर्विस सेक्टर के बिल्कुल विपरीत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का प्रदर्शन कमजोर रहा है है, जिसकी पीएमआई मई में 57.6 के स्तर पर आयी जो पिछले तीन महीने के दौरान सबसे निम्न स्तर है. गौतलब है कि अगर पीएमआई इंडेक्स 50 से ऊपर रहता है तो उसे ग्रोथ माना जाता है, जबकि उसके नीचे रहने पर गिरावट माना जाता है.
सर्विस और बिजनेस सेक्टर में ग्रोथ
एसएसबीसी के चीफ इकोनॉमिस्ट प्रांजुल भंडारी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मांग में लगातार बढ़ोतरी की वजह से सर्विसेज सेक्टर में गतिविधियां बनी रही है. एक्सपोर्ट में बढ़ावा हुआ है. ऐसे में मांग बढ़ने की वजह से कंपनियां अपने वर्कफोर्स को बढ़ा रही है. करीब 16 फर्म का सर्वे किया गया, जिसमें उन्होंने ये माना है कि स्टाफ की हायरिंग हुई है. हा
लांकि एक प्रतिशत ने जरूर कहा कि नौकरियों में छंटनी की है. ऐसे में बढ़ती लागत के बावजूद भविष्य को लेकर व्यवसायी ज्यादा आसावादी नजर आ रहे हैं. गौरतलब है कि ट्रंप टैरिफ की चुनौतियों के बावजूद सबसे खास बात ये है कि भारत से निर्यात तीन वर्षों में उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. टैरिफ से बचने के लिए भारत अब अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर तेजी से बातचीत कर रहा है. इसके अलावा, भारत अब सप्लाई चेन में बदलाव के बीच उसका विकल्प बनने की भी तैयारी कर रहा है.
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Source: IOCL






















