Go First Crisis: गो फर्स्ट का संकट और बढ़ा, कंपनी के 200 पायलट ने ज्वाइन कर लिया एयर इंडिया
Air India Airline: गो फर्स्ट ने जब फ्लाइट का संचालन बंद करने का निर्णय लिया था उसके बाद एयर इंडिया ने पायलटों के लिए वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किया था. जानकारी के मुताबिक इसमें 700 पायलट ने अप्लाई किया.

Go First Airline Pilots: एयरवेज कंपनी गो फर्स्ट (GO First) ने हाल ही में खुद को दिवालिया घोषित करने का आवेदन दिया था. इसके बाद कंपनी ने अपनी सभी फ्लाइट्स को बंद कर दिया था. अब एक बार फिर गो फर्स्ट से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल वित्तीय संकट झेल रहे इस कंपनी के लगभग 200 पायलट एयर इंडिया (Air India) में शामिल हो गए हैं. उनमें से 75 पायलट ने तो ट्रेनिंग भी शुरू कर दिया. इसे देखते हुए गो फर्स्ट ने बड़ा फैसला लिया है. कंपनी ने 1 जून से अपने पायलट्स के लिए एक लाख और ऑफिसर को 50 हजार रुपये के अतिरिक्त वेतन या रिटेंशन अलाउंस की घोषणा की है, जो 1 जून से लागू कर दिया जाएगा.
एयर इंडिया ने इंटरव्यू आयोजित किया था
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक गो फर्स्ट के पायलट को अभी 5.3 लाख रुपये प्रति माह दिया जा रहा है. एयर इंडिया ने गो फर्स्ट द्वारा फ्लाइट कैंसिल किए जाने के कुछ दिनों के बाद बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई में पायलटों के लिए वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किया था, जिसमें 700 पायलट ने अप्लाई किया था. जिस समय गो फर्स्ट ने फ्लाइट का संचालन बंद किया था, उस समय कंपनी के पास 700 पायलट थे. अभी वर्तमान में कंपनी के पास 500 पायलट हैं.
गो फर्स्ट ने रिटेंशन अलाउंस देने की घोषणा की
हालांकि एयर इंडिया और गो फर्स्ट दोनों ही कंपनियों ने अभी इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया है. वहीं गो फर्स्ट के 75 पायलटों ने ऑपरेशन पॉलिसी, मैनुअल सहित अन्य पहलुओं पर ट्रेनिंग शुरू कर दी है. इन पायलटों को ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले सिम्युलेटर ट्रेनिंग दी जाएगी. वहीं गो फर्स्ट के मुख्य अधिकारी ने कौशिक खोना ने पायलटों को कंपनी से इस्तीफा देने से रोकने के लिए रिटेंशन अलाउंस की घोषणा की. यह अनाउंस उन पायलटों को दिया जाएगा जो 31 मई तक एयरलाइन के पेरोल पर थे और उन्हें भी जो अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए तैयार हैं.
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