Forex Reserves: 10 महीनों के आयात के लिए बचा है विदेशी मुद्रा भंडार, रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से 36 अरब डॉलर की आई कमी
Forex Reserves Updates: आरबीआई ने अपने स्टेट ऑफ इकोनॉमी रिपोर्ट में कहा है कि 6 मई तक भारत के पास 596 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है जिससे 10 महीने के अनुमानित आयात को पूरा किया जा सकता है.
Forex Reserves Declines: डॉलर ( Dollar) के मुकाबले रुपये में गिरावट आने के बाद से भारत के विदेशी मुद्रा कोष ( Foreign Currency Reserves) में लगातार कमी आ रही है. रूस - यूक्रेन युद्ध ( Russia-Ukraine War) के बाद से रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ था तब से देश के विदेशी निवेशक ( Foreign Investors) लगातार पैसा वापस निकाल रहे हैं और कम जोखिम वाले जगहों में निवेश कर रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ( Reserve Bank Of India) ने रुपये को थामने की कोशिश की है बावजूद इसके मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 77.77 रुपये तक जा लुढ़का था. आरबीआई ने अपने स्टेट ऑफ इकोनॉमी रिपोर्ट ( State Of Economy Report) में कहा है कि मार्च 2022 में 20 अरब डॉलर अपने मुद्रा कोष से बेचे हैं जिससे रुपये को और कमजोर होने से रोका जा सके.
10 महीने के आयात के लिए बचा है विदेशी मुद्रा भंडार
बीते दो हफ्तों से डॉलर में मजबूती के चलते लगातार रुपये में गिरावट आ रही है. हालांकि रुपये को आरबीआई ने थामने की कोशिश की है. लेकिन आरबीआई ने अपने स्टेट ऑफ इकोनॉमी रिपोर्ट में कहा है कि 6 मई तक भारत के पास 596 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है जिससे केवल अगले 10 महीने के अनुमानित आयात को पूरा किया जा सकता है. बीते नौ हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट ही देखी जा रही है. जब से रुस ने यूक्रेन पर हमला किया तब से विदेशी मुद्रा कोष में 36 अरब डॉलर की कमी आई है. आरबीआई ने संकेत दिए हैं कि रुपये में और गिरावट को रोकने के लिए हस्तक्षेप करता रहेगा.
आरबीआई की चिंता
आरबीआई ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि दुनियाभर में तनाव और कमोडिटी कीमतों में उछाल के चलते ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक बेहतर धुंधला नजर आ रहा है. दुनियाभर के सेंट्रल बैंक ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं. इमर्जिंग इकोनॉमी से कैपिटल आउटफ्लो का खतरा पैदा कर रहा है और कमोडिटी के दामों में उछाल के चलते महंगाई का खतरा बढ़ रहा है. वहीं महामारी निकट भविष्य में आर्थिक संभावनाओं पर असर डाल सकता है.
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