Chaitra Purnima 2024: चैत्र पूर्णिमा आज, जानें स्नान, दान का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Chaitra Purnima 2024: चैत्र पूर्णिमा के दिन स्नान और दान-पुण्य करने का खास महत्व होता है. चैत्र पूर्णिमा पर किए गए उपाय विशेष फलदायी होते हैं. जानते हैं आज किस विधि से पूजा-पाठ करनी चाहिए.
Chaitra Purnima 2024: 23 अप्रैल यानी आज चैत्र पूर्णिमा है. चैत्र मास में आने वाली पूर्णिमा को चैत्र पूर्णिमा कहा जाता है. इस पूर्णिमा को चैती पूनम के नाम से भी जाना जाता है. यह हिंदू वर्ष का पहला महीना है. इस दिन विष्णु भगवान और सत्य नारायण की पूजा के साथ हनुमान जंयती भी मनाई जाती है. आज के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व होता है.
चैत्र पूर्णिमा पर स्नान-दान का शुभ मुहूर्त (Chaitra Purnima Shubh Muhurt)
चैत्र पूर्णिमा पर अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.53 बजे से दोपहर 12.46 बजे तक का है. इस दौरान की गई पूजा शुभ मानी जाती है. आज के दिन स्नान-दान का शुभ समय सुबह 4 बजकर 52 मिनट से 6 बजकर 5 मिनट का था. वहीं आज चंद्रमा की पूजा का समय शाम 6 बजकर 52 मिनट पर है.
आज के दिन अभिजीत मुहूर्त में दान-पुण्य का काम किया जा सकता है.चैत्र पूर्णिमा की रात में चंद्रमा की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है.
चैत्र पूर्णिमा पर स्नान-दान का महत्व
चैत्र पूर्णिमा का व्रत करने से शरीर और मन शांत रहता है. इस व्रत को करने से घर में समृद्धि और खुशी आती है. इस दिन स्नान-दान से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. आज के दिन स्नान-दान करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
आज के दिन दूध, दही, शंख आदि का दान करने से चंद्र देव प्रसन्न होते हैं. चैत्र पूर्णिमा पर सफेद वस्त्र का दान करने से कुंडली का चंद्र दोष दूर होगा. आज के दिन चंद्रमा की पूजा में सफेद फूलों का इस्तेमाल और इन्हें दान करें.
चैत्र पूर्णिमा पूजा विधि
चैत्र पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले किसी पवित्र नदी,जलाशय, कुआं या बावड़ी में स्नान करना चाहिए. अगल संभव न हो तो घर में गंगाजल मिलाकर पानी से स्नान करें. स्नान के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए. व्रत का संकल्प लेकर भगवान सत्य नारायण की पूजा करें. रात में विधि पूर्वक चंद्र देव की पूजा करनी चाहिए. इसके बाद उन्हें जल अर्पण करना चाहिए.
पूजन के बाद कच्चे अन्न से भरा हुआ घड़ा किसी जरुरतमंद व्यक्ति को दान में देना चाहिए. पूर्णिमा के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने की गलती नहीं करनी चाहिए. तुलसी के पत्ते भगवान विष्णु को बेहद प्रिय हैं लेकिन इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है. इससे भगवान विष्णु की कृपा नहीं मिलती है.
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