कैसे एक ना पसंद मौलवी ने ईरान पर किया 36 साल शासन
अमेरिका के राष्ट्रपति डंके की चोट पर कह रहे हैं कि वो जानते हैं कि ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई कहां छिपे हुए हैं लेकिन अभी उनको मारने का वक्त नहीं है इसलिए वो सुरक्षित हैं। इजरायल और अमेरिका खामेनेई को निशाना बनाना चाहते हैं लेकिन क्या ये इतना आसान है? इजरायल और ईरान के बीच छिड़ी जंग का आज छठा दिन है और खबर है कि ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई किसी सुरंग में मौजूद हैंं। अमेरिका बिना शर्त के ईरान से सरेंडर करने के लिए कह रहा है लेकिन आज खामेनेई का जो बयान सामने आया है उससे साफ हो गया है कि ईरान घुटने नहीं टेकेगा। खामेनेई ने कहा है कि ईरान कभी भी सरेंडर नहीं करेगा और ना तो वो थोपी हुई शांति स्वीकार करेगा और ना ही थोपा गया युद्ध। तेहरान से लेकर इजरायल के तेल अवीव तक सायरन और धमाकों की गूंज सुनाई दे रही है। और आज भारत की बात में हम आपको ईऱान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की कहानी दिखाने जा रहे हैं कि आखिर ईरान का मतलब खामेनेई क्यों है...अमेरिका और इजरायल मिलकर खामेनेई को अपना निशाना क्यों बनाना चाहते हैं?


























