आसमान में अटकी सांस, क्रेन के सहारे आस
मुंबई में भारी बारिश के बीच मैसूर कॉलोनी के पास एक मोनोरेल तकनीकी खराबी के कारण फंस गई. यह घटना तब हुई जब बिजली की आपूर्ति ठप हो गई, जिससे मोनोरेल बीच रास्ते में रुक गई. इसमें करीब 100 से अधिक यात्री सवार थे, जो लगभग दो घंटे तक फंसे रहे. यात्रियों ने अंदर वेंटिलेशन की समस्या और दम घुटने की शिकायत की. एक यात्री ने बताया, "बड़ा ही ये पूरा एक्सपीरियंस था क्योंकि अंदर लोगों का दम घुट रहा था।" फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए फायर ब्रिगेड, मुंबई महानगरपालिका और एमएमआरडीए की टीमें मौके पर पहुंचीं. यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बड़ी क्रेनों का इस्तेमाल किया गया और दरवाजों के साथ कुछ शीशे भी तोड़ने पड़े. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर संज्ञान लिया और अधिकारियों को यात्रियों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की. यह मुंबई में मोनोरेल से जुड़ा अपनी तरह का पहला बड़ा हादसा है. मुंबई में भारी बारिश के बीच मैसूर कॉलोनी के पास एक मोनोरेल तकनीकी खराबी के कारण फंस गई. यह घटना तब हुई जब बिजली की आपूर्ति ठप हो गई, जिससे मोनोरेल बीच रास्ते में रुक गई. इसमें करीब 100 से अधिक यात्री सवार थे, जो लगभग दो घंटे तक फंसे रहे. यात्रियों ने अंदर वेंटिलेशन की समस्या और दम घुटने की शिकायत की. एक यात्री ने बताया, "बड़ा ही ये पूरा एक्सपीरियंस था क्योंकि अंदर लोगों का दम घुट रहा था।" फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए फायर ब्रिगेड, मुंबई महानगरपालिका और एमएमआरडीए की टीमें मौके पर पहुंचीं. यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बड़ी क्रेनों का इस्तेमाल किया गया और दरवाजों के साथ कुछ शीशे भी तोड़ने पड़े. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर संज्ञान लिया और अधिकारियों को यात्रियों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की. यह मुंबई में मोनोरेल से जुड़ा अपनी तरह का पहला बड़ा हादसा है.

























