जब Cinema को मिले Angry Young Man Amitabh Bachchan | Independence Day Spl | ENT LIVE
भारतीय सिनेमा का ये वो दौर था जब जब लोग फिल्मों में एक अलग तरह के हीरो को देखना चाह रहे थे क्योंकि 1973 तक दिलीप साहब देवानंद साहब और राज कपूर जी के उसे एरा में हीरो पैसिव ही रहा यानी कि गरीबी में रहता था लाचार रहता था मजबूर रहता था हालांकि आखरी में उसकी जीत जरूर होती थी लेकिन अब पब्लिक इस तरह की हीरो की इमेज से एक तरह से इरिटेट हो चुकी थी या ऊब चुकी थी... तभी उसी साल 1973 में रिलीज हुई एक फिल्म जो सुपरहिट तो रही साथ ही साथ उसने दिया भारतीय सिनेमा को उसका पहला एंग्री यंग मैन और उसके बाद भारतीय सिनेमा का एक नया Chapter शुरू हुआ. तू कौन सी थी वह फिल्म और कौन सा था वो हीरो जो बना एंग्री यंग मैन जानिए सबकुछ इस वीडियो में.
























