Priyanka Gandhi या Akhilesh Yadav- Chandrashekhar Ravan किसका देंगे साथ? | UP Election
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन का पूरा असर है. जाहिर है कि बीजेपी विरोधी पार्टियों को इस हिस्से से काफी उम्मीदें हैं. परंपरागत रूप से इस इलाके में बीएसपी मजबूत मानी जाती रही है. बीजेपी ने 2014 के बाद से इस मिथक को तोड़ा. जाटलैंड में हिंदुत्व की लहर के सहारे जातीय जुगलबंदी तोड़कर कमल खिलाया. इस हिस्से में साइकिल कभी बहुत ज्यादा नहीं चल सकी. राज की बात ये है कि भीम आर्मी के संयोजक चंद्रशेखर जो कि मायावती के दलित वोट बैंक को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं, वह भी इस दफा विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत बढ़ाने में जुटे हैं. रावण ने वैसे तो दोनों हाथों में लड्डू लिए हुए हैं. वह कांग्रेस के संपर्क में भी हैं.

























