H-1B Visa Rule Shock Indian IT को कम, Meta-Amazon-Microsoft को ज़्यादा नुकसान| Paisa Live
US President Donald Trump की सरकार द्वारा H-1B visa fees में भारी बढ़ोतरी ने global tech industry में हलचल मचा दी है। नए नियमों के तहत H-1B visa की fees 100 गुना तक बढ़ाकर लगभग $100,000 कर दी गई है, जिससे IT companies की लागत पर सीधा असर पड़ने वाला है। हालांकि भारतीय IT companies की अमेरिका में H-1B पर निर्भरता सीमित (1–3%) है, लेकिन Meta, Amazon और Microsoft जैसी अमेरिकी tech companies के 21,000+ कर्मचारी इस visa पर काम कर रहे हैं – और यहीं से शुरू होता है असली झटका।यदि companies नई fees चुकाकर विदेशी talent लाती हैं, तो हर कर्मचारी पर सालाना $16.6k–$33k का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। वहीं, local hiring पर 25–30% ज़्यादा खर्च आता है। इससे दोनों ही रास्तों में खर्च बढ़ता है। परिणामस्वरूप, companies अब Offshoring या Outsourcing की ओर रुख कर सकती हैं – जैसा कि Y2K के समय हुआ था जब भारत ने 2.5 अरब dollar के contracts हासिल किए थे।नई policy से US को $35 billion सालाना tax loss का खतरा भी है, और भारत में "Reverse Brain Drain" तेज़ हो सकता है।

























