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नौकरी के दौरान आपको मिलती हैं इतने तरह की छुट्टियां, जानिए लेने के लिए क्या करना होगा

आप जॉब कर रहे हैं. तो आपको कंपनी से लीव्स भी मिलती हैं. लीव्स कई प्रकार की होती है. कुछ लीव्स लोग पूरे साल भर में ले नहीं पाते हैं और वह बेकार चली जाती हैं. चलिए जानते हैं इन सभी लीव्स के बारे में

Types Of Leaves: घर चलाने के लिए इंसान की बहुत सी जरूरतें होती हैं. जिन्हें पूरा करने के लिए पैसे चाहिए होते हैं. कुछ लोग इसके लिए बिजनेस करते हैं. तो वहीं कुछ लोग जॉब करते हैं. दुनिया में बहुत सारे लोग जिंदगी चलाने के लिए जॉब करते हैं. जॉब करने वालों को जब बहुत सारी सुविधाएं मिलती हैं. जिनमें छुट्टियां भी शामिल होती हैं. यानी आप जॉब कर रहे हैं तो आपको कंपनी छुट्टियां भी देती है.. छुट्टियों के कई प्रकार होते हैं. कुछ छुट्टियां लोग पूरे साल भर में ले नहीं पाते हैं और वह बेकार चली जाती हैं. तो वहीं कुछ छुट्टियां ऐसी होती हैं. जिन्हें न लो तो उनके बदले पैसे मिलते हैं. चलिए जानते हैं मिलती हैं नौकरी करने वालों को. 

इतने तरह की होती है छुट्टियां 

प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगोंं को कई तरह की लीव मिलती हैं. हर तरह की लीव के लिए अलग तरह के नियम होते हैं. यानी कोई भी उन्हें अलग-अलग मौकों पर ही ले सकता है. इनमें कुछ कम होती है तो वहीं कुछ की संख्या ज्यादा होती है. इनमें सिक लीव, कैजुअल लीव, अर्न्ड लीव और प्रिवलेज लीव जैसी लीव शामिल होती हैं. अगर आपने अपनी सिक लीव और कैजुअल लीव कैलेंडर ईयर के दौरान खत्म नहीं की तो. फिर वह लैप्स हो जाएगी. यानी अगले साल नई लीव्स मिलेगी. पुरानी जीरो हो जाएंगी. मगर अर्न्ड लीव्स के आपको पैसे मिल जाते हैं. 

कैजुअल लीव

कैजुअल लीव को सीएल भी कहा जाता है. जो अचानक से आपके सामने छुट्टी लेने की जरूरत आ जाती है तो ऐसे में  आपको कैजुअल लीव अप्लाई करनी पड़ती है. कंपनी की ओर से महीने में आपको दो से तीन दिन की कैजुअल लीव दी जाती है. 

सिक लीव

जैसा कि इसका नाम है सिक लीव. इसे आप अपनी तबीयत खराब होने के समय पर ले सकते हैं. इसे मेडिकल लीव भी कहा जाता है. अगर आप काम कर पाने की स्थिति में नहीं है. आपकी तबीयत खराब है तो आप सिक लीव के लिए अप्लाई कर सकते हैं. लेकिन दो से ज्यादा सिक लीव लेने के लिए आपको मेडिकल सर्टिफिकेट देना होता है. सिक लीव को आप और एन्‍कैश नहीं करवा सकते. साल खत्म होने के साथ ही सिक लीव भी खत्म हो जाती है यह कैरी फॉरवर्ड नहीं होती. 

अर्न्ड लीव और प्रिवलेज लीव

अर्न्ड लीव और प्रिवलेज ली दोनों ही लीव्स को और एन्कैश कराया जा सकता है. इसके साथ ही अगर आप इन दोनों लीव्स का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं. तो फिर इन्हें अगले साल के लिए कैरी फॉरवर्ड किया जा सकता है. किसी कंपनी में नौकरी करने वाले लोगों को ड्यूटी के बदले जो लीव्स मिलती हैं उन्हें अर्न्ड लीव कहा जाता है. जो साल में 18 मिलती हैं . तो शॉप्स एंड एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत चल रही किसी दुकान या फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को प्रिवलेज लीव दी जाती है जो 16 होती हैं. 

मैटरनिटी और पैटरनिटी लीव 

मैटरनिटी लीव महिलाओं को दी जाती है. इसमें वह 84 दिन यानी लगभग 12 हफ्तों तक की छुट्टी ले सकती हैं. इनमें से 6 हफ्तों की छुट्टी डिलीवरी के बाद ली जा सकती है. सरकारी नौकरी में काम करने वाले पुरुषों को पैटरनिटी लीव मिलती है. जो 15 दिन की होती है. जिसमें बच्चे के जन्म या फिर जन्म के 6 महीने बाद तक ली जा सकती है.  लेकिन प्राइवेट नौकरी में अब तक ऐसा कोई नियम लागू नहीं किया गया है.  

लीव विदाउट पे 

जैसा कि नाम से जाहिर हो रहा है. लीव विदाउट पे में आपको छुट्टी लेने पर पैसे कट जाते हैं. अगर आपकी छुट्टियां नहीं बची है. लेकिन आपको लीव लेनी है. तो आप पैसे कटवा कर छुट्टियां ले सकते हैं. जितने दिन आप छुट्टियों पर रहेंगे उतने दिन के पैसे आपको नहीं मिलेंगे.  

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