कितनी बेटियों का खुलवा सकते हैं सुकन्या योजना में खाता, जान लीजिए अपने काम की बात
Sukanya Samriddhi Yojana: सरकार की ओर से चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना में कितनी बेटियों के खाते खोल सकते हैं. क्या इसके लिए कोई लिमिट तय है? जानिए पूरी जानकारी.

सभी माता-पिताओं को अपनी बेटियों के भविष्य की चिंता बेटों के भविष्य से ज्यादा होती है. और यही वजह होती है कि माता-पिता उनके भविष्य को देखते हुए पहले ही पूरे बंदोबस्त करके चलते हैं. ताकि जब बेटी शादी के लायक हो या फिर बेटी को अच्छी शिक्षा दिलवानी हो. तो उन्हें पैसों की कमी का सामना न करना पड़े. बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सरकार की ओर से भी समय-समय पर कई योजनाएं चलाती है.
इन्हीं योजनाओं में से एक है सुकन्या समृद्धि योजना. इस योजना में बेटियों के नाम पर खाता खुलवाकर माता-पिता उनकी पढ़ाई और शादी के लिए अच्छा फंड तैयार कर सकते हैं. कई लोग इस योजना के नियम और सीमाओं को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं. लोगों के मन यह सवाल सबसे ज्यादा आता जाता है कि आखिर कितनी बेटियों के नाम पर खाता खोला जा सकता है. चलिए आपको बताते हैं क्या हैं इसे लेकर नियम.
सुकन्या योजना में कितने खाते खोले जा सकते हैं?
बहुत से ऐसे माता-पिता होते हैं जिनकी एक बेटी होती है. तो कई माता-पिता ऐसे भी होते हैं जिनकी दो तीन से ज्यादा बेटियां भी होती हैं. और वह सभी को लेकर चिंतित रहते हैं कि उनके अच्छे भविष्य के लिए कहां निवेश किया जाए. ऐसे में सुकन्या समृद्धि योजना उनके बहुत कम आती है. लेकिन इसमें कुछ नियम तय किए गए हैं. सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों के मुताबिक माता-पिता सिर्फ दो बेटियों के नाम पर ही खाता खोल सकते हैं.
यह भी पढ़ें: लाडकी बहिन योजना का लाभ उठाने वाली 26 लाख अपात्र महिलाओं की लिस्ट तैयार, कहीं आपका भी तो नाम नहीं शामिल? ऐसे करें चेक
यानी अगर आपके घर में दो बेटियां हैं. तो दोनों के नाम पर अलग-अलग खाते खोले जा सकते हैं. हालांकि अगर एक बेटी के बाद दोबारा दो बेटियां जुड़वा होती हैं. तो तीन बेटियों के खाते भी खोले जा सकते हैं. हर खाते में 250 रुपये से लेकर सालाना 1.5 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है. इस रकम पर सरकार की ओर सालाना ब्याज मिलता है. जिससे बेटियों का भविष्य सुरक्षित रहता है.
फिलहाल इतना मिल रहा है ब्याज
इस योजना पर सरकार की ओर से तय ब्याज दर के हिसाब से रकम पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है. सुकन्या समृद्धि योजना में फिलहाल 8.2% का ब्याज दिया जा रहा है. जो कि किसी सेविंग स्कीम्स की तुलना में ज्यादा है. इससे बेटियों की पढ़ाई और शादी जैसे बड़े खर्चों के लिए लंबी अवधि का फंड आसानी से तैयार किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: क्या शादी के बाद भी पिता की प्रॉपर्टी में रहता है बेटी का अधिकार? जान लीजिए क्या कहता है कानून
तो इसके साथ ही इस पर टैक्स बेनिफिट भी मिलता है, यानी जो रकम आप जमा करते हैं उस पर छूट मिलती है और ब्याज की कमाई भी सेफ रहती है. इस योजना में करके माता-पिता को बेटी के भविष्य की चिंता नहीं करनी होती. अपने बैंक की ब्रांच या फिर पोस्ट ऑफिस जाकर खाता खुलवा सकते हैं.
यह भी पढ़ें: आपके पास भी है SBI का क्रेडिट कार्ड तो नहीं मिलेगा ये लाभ, 1 सितंबर से बदल रहे हैं नियम
Source: IOCL























