अंबेडकर को चाहने वालों का पसंदीदा रंग नीला ही क्यों होता है?
मेरे अंबेडकर वर्सेस तुम्हारे अंबेडकर...इनके अंबेडकर...उनके अंबेडकर...भाजपा के अंबेडकर...कांग्रेस के अंबेडकर...सपा के अंबेडकर...बसपा के अंबेडकर...आप के अंबेडकर...क्या अंबेडकर इतने खांचों में बंटे हैं या फिर इस देश का हर नागरिक जो संविधान को मानता है, अंबेडकर उन सबके हैं...जाहिर है कि अंबेडकर सबके हैं...लेकिन आज बात नेताओं के अंबेडकर की नहीं बल्कि आज बात अंबेडकर के उस रंग की, जिसे अपनाना तो हर कोई चाहता है लेकिन उसकी अपनी शर्तें होती हैं. आज बात अंबेडकर के उस नीले रंग की, जो दलितों-वंचितों-शोषितों की आवाज बन गया. आखिर क्या है कहानी उस नीले रंग की, जो बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव अंबेकर का पर्यायवाची बना हुआ है, बता रहे हैं अविनाश राय.
























