एक्सप्लोरर

जेब काटने से लेकर चोरी करने तक, मध्य प्रदेश के इस स्कूल में बच्चों को बनाया जाता है चोर

कड़िया, गुलखेड़ी और हुल खेड़ी मध्य प्रदेश के ऐसे गांव हैं जहां बच्चों को जेब काटना सीखने और चोरी करने के लिए स्कूल भेजा जाता है. यहां उन्हें बकायदा इसकी ट्रेनिंग दी जाती है.

Trending News: राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 120 किलोमीटर दूर स्थित तीन गुमनाम गांव कड़िया, गुलखेड़ी और हुल खेड़ी - कथित तौर पर युवा अपराधियों के लिए नर्सरी है, जहां माता-पिता वास्तव में 200,000 से 300,000 रुपये  की ट्यूशन फीस देकर अपने बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जेबकतरी और बैग छीनने, डकैती करने, बैंक खाते से चोरी करने, पुलिस से बचने और पकड़े जाने की स्थिति में पिटाई सहने जैसी "काली कलाओं" में प्रशिक्षित करते हैं और उन्हें इस घिनौने काम के लिए तैयार किया जाता है. इन तथाकथित 'चोर स्कूलों' ने भारत के इतिहास के कुछ सबसे कुख्यात अपराधियों को जन्म दिया है, इसलिए ये गरीब और कम पढ़े-लिखे परिवारों के पसंद किए जाने वाले स्कूल हैं जो अपने बच्चों को उचित शिक्षा नहीं दे पाते हैं.

अपराध सीखने की फीस 2 लाख से 3 लाख रुपये

गिरोह के लीडर्स से मिलने और आवश्यक ट्यूशन फीस का भुगतान करने के बाद, माता-पिता अपने बच्चों को एक साल के लिए अपराध सिखाने वाले स्कूल में भेजते हैं ताकि वे अलग अलग आपराधिक कौशल सीख सकें और अपराध के जीवन के लिए तैयार हो सकें. ग्रेजुएट होने और गिरोह में शामिल होने के बाद, छात्र के परिवार को उनकी सेवा के लिए गिरोह के नेताओं से 300,000 ($3,600) से 500,000 रुपये ($6,000) का वार्षिक भुगतान मिलता है.

पुलिस का यह है कहना

ओडीटी सेंट्रल वेबसाइट के मुताबिक बोडा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर रामकुमार भगत ने मीडिया को बताया कि , "जब हमें इन गांवों में जाना होता है, तो हम आरोपियों को पकड़ने के लिए कई थानों की पुलिस फोर्स को अपने साथ ले जाते हैं." "ये अपराधी बैग उठाने, बैंक चोरी और अन्य अपराधों में अत्यधिक प्रशिक्षित होते हैं, अक्सर अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए 17 वर्ष से कम उम्र के नाबालिगों का इस्तेमाल करते हैं. ज्यादातर चोरी नाबालिगों के जरिए की जाती है, जिससे इस गहरी जड़ें जमाए बैठी आपराधिक संस्कृति से निपटना और भी मुश्किल हो जाता है.

2000 से ज्यादा लोगों पर 8000 से ज्यादा आपराधिक मामले

इन ग्रामीण चोर स्कूलों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चे गरीब परिवारों से आते हैं, लेकिन उन्हें अमीर परिवारों के साथ घुलने-मिलने के लिए सिखाया जाता है ताकि वे उनसे चोरी करने में आसानी कर सकें. वे अक्सर शादियों जैसे विशेष आयोजनों में घुसपैठ करते हैं जहां वे आसानी से मेहमानों की जेब काट सकते हैं, उनके गहने चुरा सकते हैं या यहां तक कि बड़े पैमाने पर डकैती भी कर सकते हैं. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, इन तीन गांवों के 2,000 से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ देश भर के पुलिस थानों में 8,000 से अधिक मामले दर्ज हैं.

यह भी पढ़ें: कोल्हापुर से सामने आया हिट एंड रन का मामला, कई फीट उछला शख्स, वीडियो देख मुंह को आजाएगा कलेजा

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

फाइटर जेट, मिसाइलें और गोला-बारूद..., किसके पास कितना हथियारों का जखीरा? जानें बांग्लादेश के मुकाबले कितनी मजबूत है भारतीय सेना
फाइटर जेट, मिसाइलें..., किसके पास कितना हथियारों का जखीरा? जानें बांग्लादेश के मुकाबले कितनी मजबूत भारतीय सेना
लखनऊ के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी, यूपी में कैसा रहेगा अगले 24 घंटे का मौसम?
लखनऊ के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी, यूपी में कैसा रहेगा अगले 24 घंटे का मौसम?
मधुबाला से होती थी खूबसूरती की तुलना, फिल्मों में सुपरस्टार, लेकिन असल जिंदगी में मिली गुमनामी
मधुबाला से होती थी खूबसूरती की तुलना, फिल्मों में सुपरस्टार, लेकिन असल जिंदगी में मिली गुमनामी
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप

वीडियोज

Renault Triber Drive Review | Auto Live #renault #triber
यूपी में BJP-SP के बीच कुर्मी वोट की लड़ाई शुरू
Maruti Suzuki e Vitara Review : क्या यह आपकी पहली EV है? | Auto Live #evitara
बेटी को श्राप? ‘जहन्नुम’ बयान ने बढ़ाया राजनीतिक तूफान!
Yuvraj Singh समेत कई दिग्गजों पर ED का एक्शन, करोड़ों की संपत्ति जब्त !

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
फाइटर जेट, मिसाइलें और गोला-बारूद..., किसके पास कितना हथियारों का जखीरा? जानें बांग्लादेश के मुकाबले कितनी मजबूत है भारतीय सेना
फाइटर जेट, मिसाइलें..., किसके पास कितना हथियारों का जखीरा? जानें बांग्लादेश के मुकाबले कितनी मजबूत भारतीय सेना
लखनऊ के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी, यूपी में कैसा रहेगा अगले 24 घंटे का मौसम?
लखनऊ के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी, यूपी में कैसा रहेगा अगले 24 घंटे का मौसम?
मधुबाला से होती थी खूबसूरती की तुलना, फिल्मों में सुपरस्टार, लेकिन असल जिंदगी में मिली गुमनामी
मधुबाला से होती थी खूबसूरती की तुलना, फिल्मों में सुपरस्टार, लेकिन असल जिंदगी में मिली गुमनामी
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप
ओमान में पीएम मोदी का वेलकम देखकर हिल गया मुस्लिम वर्ल्ड? पाक एक्सपर्ट चिढ़कर बोले- भारत को इतनी तवज्जो और पाकिस्तान...
ओमान में पीएम मोदी का वेलकम देखकर हिल गया मुस्लिम वर्ल्ड? पाक एक्सपर्ट चिढ़कर बोले- भारत को इतनी तवज्जो और पाकिस्तान...
चलती ट्रेन में कैसे बुला सकते हैं मदद, नोट कर लें ये नंबर
चलती ट्रेन में कैसे बुला सकते हैं मदद, नोट कर लें ये नंबर
ऑनलाइन शॉपिंग से पहले जरूर याद रखें ये 3 जरूरी बातें, नहीं तो पलभर में खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट
ऑनलाइन शॉपिंग से पहले जरूर याद रखें ये 3 जरूरी बातें, नहीं तो पलभर में खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट
अजरबैजान में सैलरी 50 हजार तो भारत में हो जाएगी इतनी? जानें पूरी डिटेल्स
अजरबैजान में सैलरी 50 हजार तो भारत में हो जाएगी इतनी? जानें पूरी डिटेल्स
Embed widget