धीरे-धीरे समंदर में समा रहा है दुनिया का ये शानदार शहर, NASA ने किया खुलासा
आज के इस दौर में कई देशों ने अपना अतुलनीय विकास कर लिया है. लेकिन जितनी तेजी से दुनिया विकास कर रही है, उससे कई तरह की चिंताएं और मुश्किलें बढ़ने लगी हैं.
दुनिया के तमाम देश आज विकास के मामले में सभी से आगे रहना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि अपने देश को इतना डेवलप कर दिया जाए कि पूरे विश्व में उनकी तूती बोले. हर कोई उनके विकास के आगे नतमस्तक हो जाए. इसमें कोई शक नहीं है कि आज के इस दौर में कई देशों ने अपना अतुलनीय विकास कर लिया है. लेकिन जितनी तेजी से दुनिया विकास कर रही है, उससे कई तरह की चिंताएं और मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. NASA के वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक स्टडी में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है.
वैज्ञानिकों ने कहा है कि दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में न्यूयॉर्क (New York) धीरे-धीरे जमीन में धंसता जा रहा है और सिर्फ धंस ही नहीं रहा, समंदर में समाने की कगार पर भी पहुंच रहा है. वैज्ञानिकों ने अध्ययन में बताया कि न्यूयॉर्क इंच दर इंच समंदर में डूब रहा है और हर साल यह प्रक्रिया 1.6 मिलीमीटर की दर से होती देखी जा रही है, जो चिंता का विषय है. अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा हो क्यों रहा है? कैसे न्यूयॉर्क इस गंभीर त्रासदी की जद में आ रहा है?
नासा ने किया वजह का खुलासा
नासा ने उस वजह का भी खुलासा किया है जिसके कारण न्यूयॉर्क शहर (New York City) धीरे-धीरे जमीन में धंस रहा है और समंदर में समा रहा है. वैज्ञानिकों ने कहा कि न्यूयॉर्क ने अपना विकास तेजी से किया है. यहां कई गगनचुंबी इमारत हैं और कंक्रीट इन्फ्रास्ट्रक्चर का भारी-भरकम वजन है. यही वजह है कि ये शहर धंसता और डूबता जा रहा है. ये स्टडी साउथ कैलिफोर्निया में NASA की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी और New Jersey की रटगर्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के एक ग्रुप ने साइंस एडवांसेज़ में पब्लिश की है.
समंदर में समा रहे ये क्षेत्र
वैज्ञानिकों ने शहर के कुछ ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है, जो 1.6 मिलीमीटर की दर से तेजी से समंदर में समा रहे हैं. इन क्षेत्रों में लागार्डिया एयरपोर्ट, आर्थर ऐश स्टेडियम और कोनी द्वीप शामिल हैं. अध्ययन में कहा गया है कि न्यूयॉर्क ग्लेशियर पर टिका हुआ है और जिस ग्लेशियर पर ये शहर टिका हुआ है, वो धीरे-धीरे सिकुड़ता जा रहा है. इसके सिकुड़ने की वजह से भूस्खलन की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है. आर्थर ऐश स्टेडियम और लागार्डिया के रनवे इसी ग्लेशियर के सिकुड़ने की वजह से हर साल 4.6 से 3.7 मिलीमीटर की दर से समंदर में समा रहे हैं. इस पूरे शहर में सैकड़ों ऊंची-ऊंची इमारतें हैं. इन इमारतों का वजन काफी ज्यादा है, जिसका दंश धरती को झेलना पड़ रहा है.
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