वाराणसी में रोपवे ट्रायल अपने अंतिम चरण में, अप्रैल के अंत तक पूरा होगा परीक्षण
Varanasi: रोपवे चालू होने के बाद यह वाराणसी में भीड़भाड़ और ट्रैफिक की समस्या को काफी हद तक कम करेगा, साथ ही यात्रियों को तेज और सुविधाजनक सफर का विकल्प भी मिलेगा.

Varanasi Ropeway: वाराणसी में जल्द ही देश का पहला शहरी परिवहन रोपवे चालू होने जा रहा है. इस परियोजना का ट्रायल रन अप्रैल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. काशी को आधुनिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जोड़ने की दिशा में यह एक बड़ी पहल मानी जा रही है. ट्रायल के दौरान चार गंडोलों को 5 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से चलाकर जांच की जा रही है.
इस रोपवे प्रोजेक्ट का पहला चरण लगभग पूरा होने के करीब है. पहले सेक्शन के तीनों स्टेशन – कैंट, विद्यापीठ और रथयात्रा – का निर्माण 75 प्रतिशत से ज्यादा हो चुका है. कुल दूरी 2.4 किलोमीटर है, जिसमें 18 टावर लगाए गए हैं. इस पूरे रूट पर परीक्षण सफलतापूर्वक चल रहा है. इस परियोजना की निगरानी नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) द्वारा की जा रही है.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में होगा सुधार
ऑस्ट्रेलिया की कंपनी 'रोप एक्सपर्ट्स' के इंजीनियरों ने रोप पुलिंग का काम किया था, जिसके बाद 30 जनवरी से ट्रायल रन शुरू हुआ था. दूसरे सेक्शन में रथयात्रा से गोदौलिया तक का रास्ता शामिल है, जहां निर्माण कार्य तेजी से जारी है. रोपवे चालू होने के बाद यह वाराणसी में भीड़भाड़ और ट्रैफिक की समस्या को काफी हद तक कम करेगा, साथ ही यात्रियों को तेज और सुविधाजनक सफर का विकल्प भी मिलेगा.
काशी दुनिया के उन चुनिंदा शहरों में शामिल होने जा रहा है जहां अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में रोपवे तकनीक अपनाई जा रही है. पूरी परियोजना के पूरा होते ही वाराणसी देश के उन कुछ शहरों में शुमार होगा जहां अत्याधुनिक रोपवे सिस्टम से शहर को जोड़ा गया है.

