एक्सप्लोरर
Char Dham Yatra 2022: बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली फाटा के लिए रवाना, भक्तों में दिखा उत्साह
Uttarakhand: बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली फाटा के लिए रवाना हो गई है. आज रात पर प्रवास होगा. दो साल बाद बाबा की डोली परंपरागत तरीके से पैदल ले जाई जा रही है, जिससे भक्तों में उत्साह है.

(रवाना हुई बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली)
Kedarnath Doli Yatra 2022: बाबा केदारनाथ (Baba Kedarnath) की पंचमुखी उत्सव डोली गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर (Gupt Kashi Vishwanath Temple) में रात्रि प्रवास के बाद अपने अगले पड़ाव फाटा (Fata) के लिए प्रस्थान कर चुकी है. मंगलवार को डोली का रात्रि प्रवास फाटा में होगा, जबकि चार मई को डोली गौरीकुंड पहुंचेगी और पांच मई को बाबा केदारनाथ धाम पहुंच जायेंगे. छः मई की प्रातः 6 बजकर 25 मिनट पर बाबा केदार के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जायेंगे. बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के लिए तैयारियां जोरों शोरों से की जा रही है.
6 मई को खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट
दरअसल ग्रीष्मकाल में छः माह भगवान केदारनाथ की पूजा-अर्चना मनुष्यगण करते हैं, जबकि छह माह देवगण भगवान केदार की पूजा करते हैं. भगवान केदारनाथ छः माह तक अपने शीतकालीन प्रवास ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple) में रहते हैं और ग्रीष्म काल में शंकर भगवान केदारनाथ में विराजते हैं. इस बार छः मई को बाबा केदार के कपाट खुलने जा रहे हैं, जिसको लेकर भक्तों में भारी उत्साह बना हुआ है. पिछले दो सालों से कोरोना महामारी के कारण बाबा की डोली वाहन के जरिये सीधे गौरीकुण्ड (Gaurikund) पहुंच रही थी, मगर इस बार विधि-विधान से डोली अपने गंतव्य को जा रही है.
दरअसल ग्रीष्मकाल में छः माह भगवान केदारनाथ की पूजा-अर्चना मनुष्यगण करते हैं, जबकि छह माह देवगण भगवान केदार की पूजा करते हैं. भगवान केदारनाथ छः माह तक अपने शीतकालीन प्रवास ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple) में रहते हैं और ग्रीष्म काल में शंकर भगवान केदारनाथ में विराजते हैं. इस बार छः मई को बाबा केदार के कपाट खुलने जा रहे हैं, जिसको लेकर भक्तों में भारी उत्साह बना हुआ है. पिछले दो सालों से कोरोना महामारी के कारण बाबा की डोली वाहन के जरिये सीधे गौरीकुण्ड (Gaurikund) पहुंच रही थी, मगर इस बार विधि-विधान से डोली अपने गंतव्य को जा रही है.
आज फाटा में रात्रि प्रवास करेंगे बाबा केदार
सोमवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद बाबा की पंचमुखी उत्सव डोली ने केदारनाथ के लिए प्रस्थान किया. पहले रात्रि प्रवास के लिए डोली गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर पहुंची. जिसके बाद आज सुबह प्रातः आठ बजे पुजारियों ने डोली की पूजा-अर्चना की और फिर डोली ने अपने अगले पड़ाव फाटा के लिए प्रस्थान किया. इस बार डोली के पैदल जाने से जगह-जगह भक्तों में खुशी देखी जा रही है. डोली विभिन्न पड़ावों से होकर गुजर रही है और भक्त बाबा की डोली के दर्शन कर रहे हैं और आशीर्वाद ले रहे हैं.
तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने बताया कि डोली ने गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर से अपने अगले पड़ाव फाटा के लिए प्रस्थान कर दिया है. आज डोली का रात्रि प्रवास फाटा में होगा और कल डोली गौरा माई गौरीकुंड पहुंच जाएगी. पांच मई को डोली केदारनाथ पहुंचेगी और छः मई को बाबा केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जायेंगे
ये भी पढ़ें-
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और पढ़ें
टॉप हेडलाइंस
विश्व
महाराष्ट्र
बॉलीवुड
महाराष्ट्र
Source: IOCL























