Kalki Dham News: 'आजादी के बाद नरेंद्र मोदी जैसा कोई दूसरा प्रधानमंत्री नहीं...' आचार्य प्रमोद कृष्णम का बड़ा बयान
PM Modi ने श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास और इसके मॉडल का अनावरण किया. श्री कल्कि धाम का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण न्यास द्वारा किया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं.
Kalki Dham News: कांग्रेस के पूर्व नेता और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अहम बयान दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिंदू तीर्थ श्री कल्कि धाम के शिलान्यास के बाद आचार्य ने कहा कि आज जिस श्रद्धा भाव से प्रधानमंत्री ने श्री कल्कि धाम की भूमि को नमन किया है मेरा मानना है कि न तो भूतकाल में और न ही भविष्य में नरेंद्र मोदी जैसा कोई दूसरा प्रधानमंत्री हो सकता है.'
बता दें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को संभल में श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास और इसके मॉडल का अनावरण किया. श्री कल्कि धाम का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण न्यास द्वारा किया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं.
कार्यक्रम में संतों ने अंगवस्त्र पहनाकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया. इस अवसर पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री मोदी को स्मृति चिह्न भेंट किया और यहां आये सभी अतिथियों का स्वागत किया. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई संत, धार्मिक नेता और अन्य लोग शामिल हुए.
पीएम मोदी ने की आचार्य की तारीफ
उधर, पीएम ने कहा कि पिछले दिनों प्रमोद कृष्णम जब निमंत्रण देने आए थे, उसके आधार पर कह रहा हूं, आज जितना आनंद उन्हें हो रहा है, उससे ज्यादा सुख उनकी मां की आत्मा को मिल रहा होगा. मां के वचन के लिए बेटा कैसे जीवन खपा सकते हैं. ये प्रमोद जी ने बता दिया है. मेरे पास देने के लिए कुछ नहीं है, मैं सिर्फ भावना व्यक्त कर सकता हूं.
पीएम मोदी ने विपक्ष पर इशारों ही इशारों में हमला बोला. उन्होंने चंदे पर चुटकी लेत हुए कहा है कि आज जमाना ऐसा बदल गया है कि सुदामा अगर पोटली में चावल देते, वीडियो निकल जाती, तो सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दायर हो जाती कि भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि रामलला के विराजमान होने का अलौलिक अनुभव है. अभी भी क्षण भावुक कर जाता है. इसी बीच देश से सैकड़ों किमी दूर अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर के वे साक्षी बने हैं. कल्पना से परे काम भी हकीकत बन रहे हैं. काशी का कायाकल्प और इसी दौर में महाकाल के महालोक की महिमा हम सबने देखी है. आज एक ओर तीर्थों का विकास हो रहा है, तो शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है. मंदिर बन रहे हैं, तो कॉलेज भी बन रहे हैं विदेशी निवेश भी आ रहा है. ये परिवर्तन प्रमाण है, समय का चक्र घूम चुका है.
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