UP Politics: RLD, निषाद पार्टी, सुभासपा और अपना दल-S के नेता दिखे एक मंच पर, इस मुद्दे पर भरी हुंकार, बीजेपी की बढ़ेंगी टेंशन!
UP में भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन NDA के चार दल , दिल्ली में एक साथ एक मंच पर दिखे. उन्होंने एक खास मुद्दे पर अहम मांग की.

राष्ट्रीय दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में निषाद पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन और 10वें स्थापना दिवस उत्सव का आयोजन किया गया था. जहां, हजारों की संख्या में पहुंचे मछुआरा समाज के लोगों ने अपनी एकजुटता और शक्ति का प्रदर्शन कर यह जताने की कोशिश की कि, अब उनकी आवाज़ को दबाना संभव नहीं है. इस दौरान, विभिन्न सहयोगी दलों के शीर्ष नेताओं की उपस्थिति ने उनके इस आयोजन को और भी मजबूती प्रदान करने का काम किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. संजय कुमार निषाद (कैबिनेट मंत्री, मत्स्य विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, निषाद पार्टी) ने कहा, 'आज का दिन केवल उत्सव नहीं, बल्कि संकल्प और एकता का प्रतीक है. दस साल पहले जब निषाद पार्टी की नींव रखी गई थी, तब समाज की आवाज़ उठाना कठिन था. लेकिन आज यह पार्टी न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत में मछुआरे, बिंद, केवट, मल्लाह, कुंवर, गोंड, कश्यप और अन्य मेहनतकश समाजों की मज़बूत आवाज़ बन चुकी है. हमारे समाज का सबसे बड़ा मुद्दा आरक्षण और संवैधानिक अधिकार है. यह लड़ाई तब तक चलेगी जब तक समाज को उसका हक़ नहीं मिल जाता. चाहे जितना समय लगे, आरक्षण मिलेगा ही.'
उन्होंने आगे कहा कि 70 वर्षों तक कांग्रेस और उत्तर प्रदेश में 19 वर्षों तक सपा-बसपा की सरकारों ने भेदभाव की राजनीति करके समाज को हक़ से वंचित रखा. लेकिन अब यह अन्याय ज़्यादा दिन नहीं चलेगा. अगर निषाद समाज दिल्ली पहुंच सकता है तो लखनऊ विधानसभा का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेगा.
बिहार चुनाव में उतरने की घोषणा
इस मौके पर डॉ. निषाद ने बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने की भी औपचारिक घोषणा की. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि, वे जातीय और क्षेत्रीय सीमाओं से ऊपर उठकर समाज की ताक़त को संगठित करें. उन्होंने कहा, यह लड़ाई किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है. संगठन ही उनकी सबसे बड़ी शक्ति है.
निषाद समाज तय कर रहा यूपी की राजनीति का भविष्य: राजभर
वहीं, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा, 'डॉ. संजय निषाद ने ताल किनारे रहने वाले समाज को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एकजुट कर अपनी गिनती करवाने का काम किया है. जो समाज कभी गिनती में नहीं आता था, आज वही उत्तर प्रदेश की राजनीति का भविष्य तय कर रहा है. निषाद पार्टी ने केवल 10 साल में जिस तेज़ी से विकास किया है, वह अभूतपूर्व है. अगर समाज को हक़-अधिकार नहीं मिला तो लखनऊ विधानसभा का घेराव तय है.'
आशीष पटेल बोले – रैली नहीं, समाज का रेला आया है
अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल ने कहा, 'आज तालकटोरा स्टेडियम में रैली नहीं, बल्कि मछुआ समाज का रेला आया है. यही डॉ. संजय निषाद की असली ताक़त है. अब समाज डरने वाला नहीं है और यह लड़ाई रुकने वाली नहीं है. निषाद पार्टी अब अकेली नहीं है, हम सभी सहयोगी दल उनके साथ खड़े हैं.'
उन्होंने आगे कहा कि, डॉ. निषाद इलेक्ट्रो होम्योपैथी से मीठी गोली देकर इलाज करते आए हैं, लेकिन अब उन्हें आरक्षण विरोधियों का पक्का इलाज करना होगा. आज मंच पर मौजूद RLD, सुभासपा, निषाद पार्टी और अपना दल (एस) ही असली PDA हैं. सत्ता की चाबी अब इन्हीं दलों के पास होगी.
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राष्ट्रीय लोकदल भी साथ खड़ा
इस मौके पर राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव एवं बिजनौर से सांसद चेतन चौहान ने कहा, 'किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह और स्व. अजीत सिंह जी ने हमेशा किसानों और पिछड़ों की आवाज़ को उठाया. आज वही लड़ाई डॉ. संजय निषाद लड़ रहे हैं. दिल्ली में मछुआरा समाज की जिस ऐतिहासिक एकजुटता को हमने देखा है, वह भविष्य की राजनीति का संकेत है. राष्ट्रीय लोकदल और हमारे अध्यक्ष जयंत चौधरी पूरी मजबूती से आपके साथ खड़े हैं.'
नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी मौजूदगी
कार्यक्रम में ई० प्रवीण निषाद, मालती देवी निषाद, एसके तोमर, अनिल निषाद, रघुराई निषाद, कमलेश निषाद, रविन्द्र मणि निषाद, मिठाई लाल निषाद, जनकनंदनी निषाद, बाबू राम निषाद, व्यास मुनि निषाद, संजय सिंह, बाबूलाल केवट, बेलस निषाद, महेंद्र निषाद, हरिओम निषाद, राकेश निषाद, अजय सिंह, सुमित सिंह, वीरेंद्र ढाडा, बैजान ककाटी, संजय शुक्ला, हरि प्रसाद निषाद, डॉ. अमित निषाद सहित बड़ी संख्या में राष्ट्रीय पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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Source: IOCL























