ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की शानदार पहल, गांवों के पंचायत भवन अब ई-लाइब्रेरी में होंगे तब्दील
Greater Noida News: यूपी के ग्रेटर नोएडा के गांवों में बने पंचायत भवनों को अब आधुनिक ई-लाइब्रेरी में बदला जाएगा जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में छात्रों को बड़ा सहारा मिलेगा.

यूपी के ग्रेटर नोएडा के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और ज्ञान के प्रसार को बढ़ावा देने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक सराहनीय पहल की है. अब गांवों में बने पंचायत भवनों को ई-लाइब्रेरी में तब्दील किया जाएगा. यह कदम विशेष रूप से उन युवाओं के लिए फायदेमंद साबित होगा, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और बेहतर अध्ययन वातावरण की तलाश में हैं. प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार के नेतृत्व में इस योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा.
पुराने पंचायत भवनों में अब बनेगी ई-लाइब्रेरी
दरअसल, प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आने वाले गांवों में पंचायत चुनाव की व्यवस्था पहले ही समाप्त हो चुकी है. विकास कार्यों जैसे बिजली, पानी, सड़क और स्कूल की जिम्मेदारी अब प्राधिकरण निभाता है.
ऐसे में पुराने पंचायत भवन, जिनकी उपयोगिता लगभग समाप्त हो गई थी और जो देखरेख के अभाव में जर्जर हो रहे थे, उन्हें अब सार्थक उपयोग में लाने का फैसला लिया गया है.
प्राधिकरण के एसीईओ ने दी यह जानकारी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि वर्क सर्किल-8 के अंतर्गत आने वाले ग्राम सलेमपुर गुर्जर, घंघौला, रौनी, अस्तौली, नवादा, पंचायतन और देवटा में पंचायत भवनों का नवीनीकरण कर उन्हें ई-लाइब्रेरी में बदला जाएगा.
इसके अतिरिक्त, हतेवा, नवादा, घंघौला और बिसायच में नए भवन बनाकर ई-लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी. इसके लिए स्थानों का चयन कर लिया गया है और निविदा प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
ई-लाइब्रेरी में उपलब्ध कराई जाएंगी ये सुविधाएं
इन ई-लाइब्रेरी में डिजिटल शिक्षा के साथ-साथ आवश्यक बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. यहां युवाओं के लिए शांत और सुरक्षित माहौल में पढ़ाई की सुविधा होगी. साथ ही, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाएंगी.
गौरतलब है कि कुछ गांवों में स्थानीय सहयोग से पहले से ही पुस्तकालय संचालित हो रहे हैं. अब प्राधिकरण की यह पहल उन्हें और अधिक आधुनिक और सुलभ बनाएगी. ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को अब शहरों का रुख किए बिना ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए गुणवत्तापूर्ण माहौल मिलेगा.
ग्रामीणों ने भी इस कदम का स्वागत किया है. उनका कहना है कि इससे न केवल शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा बल्कि गांव के युवाओं को नए अवसर मिलेंगे. प्राधिकरण की यह योजना आने वाले समय में ग्रामीण शिक्षा और डिजिटल इंडिया अभियान को मजबूत आधार प्रदान करेगी.
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