गर्मी के Side effect, आगरा में पर्यटन उद्योग ठप्प; ताज में पर्यटकों की संख्या घटी
भीषण गर्मी का असर आगरा के पर्यटन उद्योग पर देखने को मिल रहा है, जहां पिछले कुछ महीने से पर्यटन उद्योग ठप्प हो रखा है। वहीं, ताज घूमने आने वाले देसी और विदेश पर्यटकों की संख्या में भी कमी आई है।
आगरा, नितिन उपाध्याय। आगरा में जमीन आग उगल रही है और आसमान से शोले गिर रहे हैं। ऐसे में विश्व इमारत ताजमहल देखने आ रहे पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले 2 महीनों में विदेशी पर्यटकों की संख्या घटकर एक तिहाई तक पहुंच चुकी है।
ताजमहल जहां बाकी दिनों हमेशा रैला से लगा रहता है, इन दिनों वहां भी सन्नाटा पसरा हुआ है। गेट पर सुरक्षाकर्मी पसीने-पसीने हो रखे हैं, तो गमछा और रूमाल से पसीना पौंछते हुए पर्यटक ताज का दीदार कर रहे हैं। सफेद संगमरमरी और लाल पत्थर से निकलती गर्मी से ताज का दीदार करने आए लोग भले ही उसकी खूबसूरती देखकर वाह-वाह करें, लेकिन चिलचिलाती गर्मी उनके इस मजे को किरकिरा कर रही है। यही वजह है ताज घूमने वाले देसी और विदेशी पर्यटक की संख्या इस भीषण गर्मी के कारण कम हो गई है।
ताजमहल के पश्चिमी गेट पर राजस्थान से आये पर्यटक कह रहे हैं कि आगरा में गर्मी तो उनके राजस्थान से ज्यादा है। लोग छाता लेकर ताज का दीदार कर रहे हैं। आगरा में पारा 45 के पार बना हुआ है, ऐसे में आंकड़ों पर यकीन किया जाए तो ताजमहल आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी घट गई है।
ताजमहल में विदेश पर्यटक
- मार्च में 108373
- अप्रैल में 58418
- मई में 31161
इन आंकड़ों की मानें तो मार्च से मई तक पर्यटको की संख्या एक तिहाई पहुंच गई है। वहीं, देशी पर्यटकों की बात की जाए तो गर्मियों की छुटियां होने के बावजूद पर्यटक ताज का दीदार करने कम पहुंच रहे हैं। मार्च में जहां पर्यटक 492380 थे, तो वहीं अप्रैल में 327683 और मई में ये संख्या बढ़कर 387013 पहुंच गई, लेकिन मार्च से मई की तुलना की जाए, तो 1 लाख से भी ज्यादा पर्यकटकों की संख्या कम हुई है।
आगरा में पिछले कुछ महीने से पर्यटन उद्योग ठप्प पड़ा हुआ है। पहले चुनावी गर्मी और अब मौसमी गर्मी से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग काफी परेशान हैं। ताजमहल में बतौर गाइड काम करने वाले मौ. शब्बीर और दानिश अली कहते हैं कि गर्मी ने आजीविका पर संकट ला दिया है। काम 15 से 20 प्रतिशत ही रह गया है।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय ट्रेवल एजेंसी चलाने वाले अनुज रावत कहते हैं कि इस बार गर्मी पिछले साल से भी ज्यादा है। अप्रैल से जून तक पूरा उद्योग मंदा रहता है। जुलाई से जब स्पेनिश मार्किट ओपन होता है, तब जाकर विदेशी टूरिस्ट का आगरा आगमन बड़े स्तर पर होता है और अक्टूबर से ऑस्ट्रलिया व अमेरिका का टूरिस्ट हिंदुस्तान की ओर रुख करता है। ऐसे में अभी गर्मी ने पर्यटन उद्योग को पूरी तरह प्रभावित किया है। कुल मिलाकर दुनिया की सबसे खूबसूरत इमारत ताजमहल भी इस गर्मी से सुना नज़र आ रहा है, जहां सर्दियों के मौसम में पैर रखने की भी जगह नहीं होती है।